Edited By VANSH Sharma,Updated: 13 Mar, 2025 10:22 PM

रंगों का पर्व होली, जोकि शुक्रवार को पूरे देश के साथ-साथ पंजाब में भी बड़ी धूमधाम से मनाई जाएगी।
पंजाब डेस्क : रंगों का पर्व होली, जोकि शुक्रवार को पूरे देश के साथ-साथ पंजाब में भी बड़ी धूमधाम से मनाई जाएगी। जिसे लेकर लोगों ने कई तरह की अलग-अलग तैयारियां कर रखी हैं। होली के दिन शहर से लेकर गांव-गांव तक रंगों में रंगे हुए नजर आते हैं। प्रेम और स्नेह का प्रतीक होली मनाने के लिए हर घर में उत्साह का माहौल है। यह त्यौहार प्रेम, भाईचारे और उल्लास का प्रतीक है, जब लोग पुराने गिले-शिकवे भुलाकर एक-दूसरे को रंग लगाते हैं और मिठाई खिलाकर खुशी बांटते हैं।
होली, जिसे रंगों का पर्व कहा जाता है, आनंद और एकता का प्रतीक है। होली के अवसर पर लोग रंग और गुलाल लगाकर, एक-दूसरे को गले मिलकर और मिठाइयों का आनंद लेकर अपनी खुशियों को साझा करते हैं। बता दें कि भारत और विश्वभर में मनाए जाने वाले होली के त्योहार को हर वर्ष बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है।

होली मनाने का धार्मिक महत्व
होली का त्योहार प्राचीन काल से मनाया जाता रहा है और इससे जुड़ी कई धार्मिक कथाएं प्रचलित हैं। सबसे प्रसिद्ध कथा प्रह्लाद और होलिका की है। मान्यता है कि असुर राजा हिरण्यकश्यप अपने पुत्र प्रह्लाद की भगवान विष्णु के प्रति अटूट भक्ति से क्रोधित था। उसने अपनी बहन होलिका को आदेश दिया कि वह प्रह्लाद को गोद में लेकर आग में बैठे। होलिका को आग में न जलने का वरदान था, लेकिन भगवान विष्णु की कृपा से प्रह्लाद सुरक्षित रहे और होलिका जलकर भस्म हो गई। तभी से इस दिन को बुराई पर अच्छाई की विजय के रूप में मनाया जाता है।

होली के खास पकवान
होली के दिन स्वादिष्ट व्यंजनों की भी खास परंपरा है। हर घर में गुजिया, मठरी, ठंडाई, मालपुए, पापड़ और दही-बड़े बनाए जाते हैं। ठंडाई में भांग मिलाकर इसका आनंद लेने की परंपरा भी कई जगहों पर देखने को मिलती है।





