Edited By Urmila,Updated: 18 Feb, 2025 02:56 PM
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सिखों की सर्वोच्च संस्था शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी ने नैतिक आधार पर तथा चल रहे काटो क्लेश को ध्यान में रखते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया है।
लुधियाना : सिखों की सर्वोच्च संस्था शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी ने नैतिक आधार पर तथा चल रहे काटो क्लेश को ध्यान में रखते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उनकी चर्चा इसलिए भी जोरों पर है क्योंकि देश-विदेश में सिख नेता और कार्यकर्ता चिंतित थे कि जिस तरह से एसजीपीसी कार्यकारिणी ने जिस तरीके से ज्ञानी हरप्रीत सिंह को जबरन बर्खास्त किया है, अब यह मामला जरूर किसी की राजनीतिक या धार्मिक बलि लेगा। इस पर एडवोकेट धामी के इस्तीफे से अकाली दल और शिरोमणि कमेटी के बीच छिड़े हुए विवाद को और गहरा कर गया।
इससे पहले शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल को उनके पद से हटाने के लिए जो बागियों ने मांग उठाई थी, वहीं इसका नतीजा यह हुआ कि अकाल तख्त और जत्थेदारों ने सुखबीर सिंह बादल को तुरंत इस्तीफा लेने के आदेश दे दिए जिसके कारण अकाली दल की कार्यकारिणी ने कई दिन के बाद अंततः सुखबीर सिंह बादल का इस्तीफा स्वीकार कर लिया। आज पंथक व अकाली हलकों में, खासकर शादियों व अंतिम संस्कारों के दौरान, इस बात की चर्चा रही कि अब शिरोमणि अकाली दल के साथ-साथ गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी भी बिना कैप्टन वाली संस्था बन गई है क्योंकि पहले सुखबीर ने इस्तीफा दिया और अब एडवोकेट धामी ने। अब सबकी निगाहें जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह के अगले आदेश पर टिकी हैं। जो आज सुबह ही विदेश से लौटे हैं।
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