Edited By Kamini,Updated: 17 May, 2025 08:07 PM

शहर का प्रसिद्ध स्कूल से घिनौनी घटना सामने आई है।
गुरुहरसहाय : शहर का प्रसिद्ध स्कूल से घिनौनी घटना सामने आई है। मिली जानकारी के अनुसार, जीटीबी गुरु तेग बहादुर पब्लिक स्कूल, जो इलाके में प्रताप के स्कूल के नाम से जाना जाता है। आज स्कूल में पढ़ने वाले छात्र के साथ बेरहमी से मारपीट की गई। इस दौरान छात्र को घायल अवस्था में परिजनों ने अस्पताल में भर्ती कराया।
स्कूल स्टाफ ने अपने खिलाफ लगे आरोपों को निराधार बताया। इस संबंध में जानकारी देते हुए पीड़ित छात्र अरमान ने बताया कि वह स्कूल में 12वीं कक्षा में पढ़ता है। आज कक्षा में अध्यापक के साथ पढ़ाई कर रहा था तो उसे कोई भी प्रश्न समझ में नहीं आया। उसने जब अध्यापक से कहा कि मुझे प्रश्न समझ में नहीं आया, इसलिए कृपया मुझे दोबारा समझाएं तो अध्यापक ने उसे दोबारा कुछ नहीं समझाया। इसके बाद पीड़ित अरमान को उसकी साथ वाली सीट पर बैठे छात्र ने उसे प्रश्न समझाना शुरू। इसी बीच अध्यापक ने पीड़ित छात्र अरमान को रोका और कहा कि तुम बातें कर रहे हो। जब छात्र ने कहा कि सर प्रश्न समझ रहा हूं।"
यही नहीं, इसके साथ ही अरमान ने बताया कि अध्यापक कक्षा में प्रश्न का गलत उत्तर पढ़ा रहे थे। जब अरमान ने कहा कि, सर आप जिस प्रश्न का उत्तर दे रहे हैं वह सही नहीं है, आप हमें गलत बता रहे हैं, तो उन्होंने कहा अध्यापक आप है या मैं। फिर अरमान ने कहा सर आप जिस प्रश्न का उत्तर दे रहे हैं उसे मैंने नेट पर चेक किया है आपका उत्तर गलत है, तो इस दौरान अध्यापक ने स्कूल स्टाफ से उनकी शिकायत कर दी। इसी बीच स्कूल के वाइस प्रिंसीपल ने अरमान को अपने कार्यालय में बुलाया। वाइस प्रिंसीपल ने अरमान से पूछा कि आपके खिलाफ यह शिकायत मिली है। फिर पीड़ित छात्र अरमान ने वाइस प्रिंसीपल से कहा कि, "सर, मैंने कक्षा में कुछ भी गलत नहीं किया है। मेरे खिलाफ जो शिकायत मिली है वह झूठी है और मैं फिर भी आपसे माफी मांगता हूं।"
इसके बाद वाइस प्रिंसिपल इंद्रजीत सिंह सर ने छात्र अरमान को कमरे में बंद कर दिया और बुरी तरह पीटा। यही नहीं इस दौरान छात्र के पट पर लात मारी गई। इस दौरान स्कूल स्टाफ ने छात्र को छुड़ाने की भी कोशिश की, लेकिन वे मुझे पीटते रहे। छात्र अरमान ने किसी तरह कमरे से भागने में सफल हुआ और अपने परिवार को घटना की जानकारी दी। इसके बाद परिजनों ने बच्चे को इलाज के लिए शहर के सीएचसी अस्पताल में भर्ती कराया। बच्चे की हालत को देखते हुए अस्पताल ने प्राथमिक उपचार प्रदान किया और उसे फिरोजपुर के सिविल अस्पताल में रेफर कर दिया। परिजनों ने इस घटना के संबंध में पुलिस को लिखित शिकायत दी है। परिजनों का कहना है कि स्कूल की मान्यता रद्द कर कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए। इस घटना के संबंध में जब स्कूल के वाइस प्रिंसीपल इंद्रजीत सिंह से बात की गई तो उन्होंने कहा कि उनके खिलाफ लगाए गए आरोप पूरी तरह से निराधार हैं और बच्चे की पिटाई नहीं की गई।
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