Edited By Vatika,Updated: 21 Mar, 2025 04:58 PM
शंभू और खनौरी बॉर्डर खुलने के साथ सब से ज्यादा मिली पटियाला जिले को राहत
पटियाला/ घनौर/ शंभू: 400 दिनों से किसानों की तरफ से जाम किए गए शंभू और खनौरी बॉर्डर खुलने साथ सबसे ज्यादा पटियाला जिले को राहत मिली है, इसके साथ ही संगरूर और अम्बाला जिलों के लोगों को भी सुख का सांस आया है। लोगों का कहना है कि किसान हमारे भाई हैं और केंद्र सरकार को एम. एस. पी. समेत समुची मांगें जरूर मानीं जानी चाहिए परन्तु रास्तों को बंद करना बिल्कुल भी जायज नहीं है।
पटियाला से अम्बाला सिर्फ 40 किलोमीटर के करीब है परन्तु इस समय यह सफर 2 घंटों का हुआ पड़ा था। इसी तरह रास्ता देवीगढ़ चीका भी सफर खत्म हो गया था। खनौरी बॉर्डर के द्वारा तो दिल्ली जाने का तो कोई रास्ता ही नहीं बचा था। बेशक पंजाब के मुख्य मंत्री की तरफ से सख्त स्टैंड ले कर रास्ता खुलवाने जाने का किसानों की तरफ से तीखा विरोध हुआ है परन्तु इसके साथ ही आम लोगों पर व्यापारियों ने मुख्यमंत्री के कदम की प्रशंसा भी की है। हालांकि राजनीतिक पार्टियों के निशाने पर मुख्यमंत्री आ चुके हैं परन्तु पंजाब की आर्थिकता को बचाने वाला यह फैसला है। पूरा दिन पटियाला रेंज के डी.आई.जी. मनदीप सिंह सिद्धू ने शंभू बॉर्डर खुलवाने के बाद खनौरी बार्डर में मोर्चा संभालकर रखा। उनके मुताबिक 21 मार्च दोपहर तक खनौरी बार्डर की स्थिति की ठीक हो जाएगी।
डी.सी. प्रीति यादव ने संभाला मोर्चा
उधर पटियाला के डिप्टी कमिश्नर डॉ. प्रीति यादव ने मोर्चा संभालते हुए यातायात में सभी विघ्न खत्म करने के लिए आज शंभू बॉर्डर का दौरा करके यहां जी.टी. रोड द्वारा अंबाला दिल्ली जाने वाले राष्ट्रीय राज्य मार्ग पर रुकावटें उठाए जाने का जायजा लिया। इस दौरान डिप्टी कमिश्नर डॉ. प्रीति यादव व एस.एस.पी. डॉ. नानक सिंह ने अंबाला के डिप्टी कमिश्नर व एस.एस.पी. के साथ वीडियो काॅन्फ्रैंसिंग जरिए एक अहम बैठक करके राहगीरों की सुविधा के लिए यातायात आम की तरह बहाल करने के लिए चर्चा की। इस दौरान एस.डी.एम राजपुरा अविकेश गुप्ता भी मौजूद थे।
पंजाब की आर्थिकता को संभालना सरकार की बड़ी जिम्मेदारी : अजीतपाल कोहली
पटियला के विधायक अजीतपाल सिंह कोहली ने कहा कि पंजाब की आर्थिकता को आज संभालने कीक जरूरत थी तथा पंजाब सरकार अपनी इस जिम्मेदारी को निभा रही है। अजीतपाल सिंह कोहली ने बताया कि इस बात को किसान भी मानते हैं कि पिछले समय दौरान पंजाब के व्यापारी वर्ग पर आर्थिकता का बड़ा नुकसान हुआ है क्योंकि केंद्र की अड़ी ने किसानों को शंभू तथा खनौरी बार्डर से आगे नहीं जाने दिया। उन्होंने अपने दिल्ली बचा ली लेकिन इसके साथ पंजाब व हरियाणा को बड़ा नुकसान हुआ है। अजीतपाल सिंह कोहली ने कहा कि पंजाब के मुख्य मंत्री भगवंत मान पूरी तरह किसानों के साथ डटकर खडे़ हैं। इस लिए किसानों की मांगों के लिए लड़ाई जारी रखेंगे ओर केंद्र से किसानों की मांगें मनवाई जाएंगी।
किसानों ने डी.सी. कार्यालय के समक्ष लगाया धरना
भारतीय किसान यूनियन एकता भटेड़ी कलां व भारतीय किसान यूनियन एकता आजाद द्वारा डिप्टी कमिश्नर पटियाला के गेट के समक्ष 12 बजे से 3 बजे तक पंजाब सरकार द्वारा किसानों पर किया अत्याचार मीटिंग में बुलाकर नेताओं को डिटैन करके मोर्चा को तहस नहस करके सामान की तोड़फोड़ करने के कारण आज जोरदार धरना दिया गया। किसान नेताओं ने कहा कि समान किसानों का ख़ून पसीने की कमाई के साथ एक-एक रुपया लोगों से इकट्ठा करके बनाया गया था और लंगर भी गांवों में से इकट्ठा किया गया है जिस को सरकार की तरफ से तोड़ा मरोड़ा गया। इस सारे का हिसाब किताब सरकार को देना हेागा। आम आदमी पार्टी की सरकार द्वारा किसानों के टैंटों को उखाड़ कर सरकार ने अपनी जड़े उखाड़ी हैं। किसान अपना हक लेकर ही रेंगे। राज्य प्रैस सचिव बलकार सिंह फौजी, राजय कोषाध्यक्ष प्रीतम सिंह, बहादुर सिंह, शेर सिंह, हीरा सिंह, गुरदेव सिंह आदि सैंकेड़ों किसानों ने भगवंत मान सरकार की किसानों विरोधी होने का दावा किया है।