Edited By Updated: 20 Mar, 2017 02:19 PM
नोटबंदी के बाद भी नकली नोटों का प्रचलन मार्कीट में धड़ल्ले से जारी है। सामान्य तौर पर आम आदमी 500 व 2000 के असली व नकली नोटों में फर्क नहीं कर पाने से ठगी का शिकार हो रहा है। इसी कड़ी में नगर से सटे नीम पहाड़ी क्षेत्र में एक दुकानदार को 2 युवकों ने...
पठानकोट/शाहपुरकंडी(शारदा, सौरभ): नोटबंदी के बाद भी नकली नोटों का प्रचलन मार्कीट में धड़ल्ले से जारी है। सामान्य तौर पर आम आदमी 500 व 2000 के असली व नकली नोटों में फर्क नहीं कर पाने से ठगी का शिकार हो रहा है। इसी कड़ी में नगर से सटे नीम पहाड़ी क्षेत्र में एक दुकानदार को 2 युवकों ने 500 रुपए का नकली नोट पानी की बोतल खरीदने के लिए थमा दिया। दुकानदार भी इस नकली नोट में फर्क न कर पाया परन्तु जब यह नोट आगे नहीं चला तो उसे उक्त नोट के नकली होने का अहसास हुआ।
पीड़ित दुकानदार रामकिशन ने बताया कि ग्राहक के रूप में 2 युवक उसकी दुकान पर आए तथा पानी की बोतल मांगी और उसे 500 रुपए का नोट थमा दिया। दुकानदार ने बताया कि बाद में जब उक्त नोट को उन्होंने गण्यमान्य लोगों व अन्य दुकानदारों को दिखाया तो युवकों द्वारा उसे थमाया गया नोट नकली निकला। इस संबंध में अन्य दुकानदारों काका, दीपू शर्मा, केवल, सोनू ने प्रशासन से मांग की है कि बाजार में धड़ल्ले से चल रहे 500 व 2000 के नकली नोटों पर पाबंदी लगाई जाए।