Edited By Urmila,Updated: 24 Mar, 2025 01:38 PM

विधानसभा के बजट सत्र के दूसरे दिन स्मार्ट कार्ड/राशन कार्ड के मुद्दे पर व्यापक चर्चा हुई। विधायक गुरप्रीत सिंह बन्नांवाली ने कहा।
चंडीगढ़: विधानसभा के बजट सत्र के दूसरे दिन स्मार्ट कार्ड/राशन कार्ड के मुद्दे पर व्यापक चर्चा हुई। विधायक गुरप्रीत सिंह बन्नांवाली ने कहा कि जब कोई लड़की शादी करके दूसरी जगह जाती है तो उसका नाम वहां से हटाकर ससुराल में दर्ज करवाना पड़ता है, जोकि बहुत मुश्किल है, इसलिए अभी तक ऐसा कोई पोर्टल नहीं खोला गया है, जिस पर आसानी से नाम दर्ज करवाया जा सके। इसके अलावा नवजात बच्चों के नाम भी स्मार्ट कार्ड/राशन कार्ड में दर्ज नहीं किए जा रहे हैं। इससे बच्चे न केवल अनाज योजना से बल्कि स्वास्थ्य योजना से भी वंचित हो जाते हैं।
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए पंजाब के खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री लाल चंद कटारू चक ने कहा कि जो लड़की शादी करके ससुराल जाती है, वह जब चाहे अपना नाम पारिवारिक सूची से हटवाकर ससुराल के राशन कार्ड में दर्ज करवा सकती है, लेकिन इसके लिए शर्त यह है कि ससुराल के परिवार के पास राशन कार्ड होना चाहिए। पोर्टल का इससे कोई लेना-देना नहीं है। अगर किसी के पास कोई आवेदन है, चाहे कितने भी हों, विभाग को सूचित किया जाना चाहिए, सभी का नाम दर्ज किया जाएगा।
इसके अलावा, राशन कार्डों में नवजात बच्चों के नाम दर्ज न होने के मुद्दे पर बोलते हुए मंत्री लाल चंद कटारूचक ने कहा कि 2011 की जनगणना के अनुसार पंजाब को 1 करोड़ 41 लाख लाभार्थी कार्ड बनाने का अधिकार दिया गया था। जिसे वह पार नहीं कर सकते। उन्होंने भारत सरकार से कई बार बात की है। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने भी केंद्र सरकार को पत्र लिखा है, लेकिन भारत सरकार से उन्हें अनुमति नहीं मिल रही है। उनका कहना है कि सैंसस होने के बाद पूरे देश में इसकी अनुमति दे दी जाएगी।
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