Edited By Kalash,Updated: 24 Apr, 2025 06:11 PM

355 लैब टेक्नीशियन छात्र, 121 फार्मेसी छात्र, 138 सी.ई.एच., 193 मल्टीपर्पस हैल्थ वर्कर, 46 मल्टी पर्पस हैल्थ सुपरवाइजर तथा 1352 आशा वर्करों को ट्रेनिंग दी जा चुकी है।
अमृतसर (नीरज/दलजीत): आगामी सीजन को ध्यान में रखते हुए डिप्टी कमिश्नर साक्षी साहनी ने डेंगू और चिकनगुनिया की रोकथाम के संबंध में स्वास्थ्य विभाग के साथ रिव्यू मीटिंग की और स्वास्थ्य विभाग को हॉट स्पॉट क्षेत्रों में फॉगिंग सुनिश्चित करने के निर्देश दिए और स्वास्थ्य विभाग के डॉक्टरों और कर्मचारियों को भी सतर्क रहने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जिला स्तर और ब्लॉक स्तर पर प्रत्येक अस्पताल में डेंगू और चिकनगुनिया के उपचार के लिए विशेष वार्ड बनाई जाएं।
सिविल सर्जन डा. किरनदीप कौर ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग ने डेंगू व चिकनगुनिया के मामलों की रोकथाम के लिए तैयारियां पूरी कर ली हैं तथा हॉट स्पॉट क्षेत्रों में फॉगिंग के लिए टीमों की ड्यूटी भी लगा दी गई है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग ने डेंगू और चिकनगुनिया के बारे में आम जनता में जागरूकता पैदा करने के लिए पहले ही 1246 स्कूलों में स्कूली बच्चों और शिक्षकों को जागरूक किया है। इसके अलावा लगभग 1300 नर्सिंग छात्र, 355 लैब टेक्नीशियन छात्र, 121 फार्मेसी छात्र, 138 सी.ई.एच., 193 मल्टीपर्पस हैल्थ वर्कर, 46 मल्टी पर्पस हैल्थ सुपरवाइजर तथा 1352 आशा वर्करों को ट्रेनिंग दी जा चुकी है।
उन्होंने बताया कि डेंगू व चिकनगुनिया पर काबू पाने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने जिले में 16 अर्बन व 109 ग्रामीण टीमें गठित की हैं। इन टीमों में मल्टीपर्पस हैल्थ सुपरवाइजर मल्टीपर्पस वर्कर, फील्ड वर्कर व ब्रीडिंग चैकर द्वारा पूरे जिले को कवर किया जाएगा। इन टीमों द्वारा सभी क्षेत्रों में ब्रीडिंग चैकिंग, जागरूकता गतिविधियां की जाती है। इसके अलावा अन्य स्पॉट क्षेत्र में स्क्रीनिंग पर मास फीवर सर्वे करवाया जाता है और माईग्रेंट पापूलेशन व हाई रिस्क क्षेत्रों में जाकर विशेष मुहिम चलाई जाती है। इसके अलावा अगर फॉगिंग और स्प्रे की बात करें तो निगम के पास 52 और स्वास्थ्य विभाग के पास 3 फॉगिंग मशीनें हैं, जो रोजाना स्तर पर हॉट स्पॉट इलाकों में जाकर फॉगिंग कर रही हैं।
उन्होंने बताया कि इसके अलावा जिला अस्पताल, एस.एस.डी.एच. तथा ब्लॉक स्तर पर डेंगू व चिकनगुनिया वार्ड बनाए गए हैं। उन्होंने आम जनता से अपील की है कि वे अपने घरों के आस-पास कहीं भी पानी जमा न होने दें, फूलों के गमलों, कूलर के टायरों, फ्रिज की ट्रे तथा छतों पर पड़े अपशिष्ट पदार्थों आदि में पानी जमा न होने दें। उन्होंने बताया कि तेज बुखार, सिर दर्द, आंखों के पीछे दर्द, मांसपेशियों में दर्द, जोड़ों में दर्द, शरीर पर चकत्ते, उल्टी, नाक या मुंह से खून आना डेंगू और चिकनगुनिया के सामान्य लक्षण हैं। यदि आपको ऐसे कोई लक्षण महसूस हों तो तुरंत सरकारी स्वास्थ्य केंद्र में जाकर जांच करानी चाहिए। इसका इलाज हर सरकारी संस्थान में मुफ्त उपलब्ध करवाया जाता है।
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