Edited By Urmila,Updated: 25 Mar, 2025 04:27 PM

कमिश्नरेट पुलिस आफिस में सिक्योरिटी ब्रांच में तैनात कुछ जूनियर और सीनियर पुलिस कर्मचारियों से महानगर में तैनात कुछ एस.एच.ओ. पूरी तरह से दुखी हो चुके हैं।
जालंधर (शौरी): कमिश्नरेट पुलिस आफिस में सिक्योरिटी ब्रांच में तैनात कुछ जूनियर और सीनियर पुलिस कर्मचारियों से महानगर में तैनात कुछ एस.एच.ओ. पूरी तरह से दुखी हो चुके हैं। हालात यह देखने को मिल रहे हैं सिक्योरिटी ब्रांच में तैनात जूनियर व सीनियर कर्मचारियों के कारण कुछ एस.एच.ओ. भी परेशान हो रहे हैं। क्योंकि सिक्योरिटी ब्रांच में तैनात स्टाफ अपनी मनमर्जी से ड्यूटी लगाते हैं ताकि एस.एच.ओ. उनकी हर मुराद पूरी कर सके। जो एस.एच.ओ. इनकी मुराद पूरी नहीं करते, उनकी बार-बार डयूटी लगाकर उन्हें परेशान किया जाता है। इसी कारण कुछ एस.एच.ओ. का बी.पी. व मानसिक संतुलन भी इनके कारण खराब हो रहा है। वहीं कोई एस.एच.ओ. सीनियर अफसरों के आदेशों से परेशान नहीं है, बल्कि सिक्योरिटी ब्रांच में तैनात सिपाही से लेकर एन.जी.ओ. से परेशान है।
जानकारी के मुताबिक महानगर में एक संवेदनशील थाने में तैनात एस.एच.ओ. की 20 मार्च को नाइट डोमिनेशन सिक्योरिटी ब्रांच में तैनात कर्मचारियों द्वारा लगाई गई थी। इसके बाद सिक्योरिटी ब्रांच वालों ने उक्त एस.एच.ओ. को भार्गव कैम्प में एक नामी नशा तस्कर मौला के घर व दुकान को धवस्त की ड्यूटी लगा दी थी। एस.एच.ओ. द्वारा सुबह से लेकर रात तक वहां डयूटी दी गई, ताकि वहां कोई हंगामा न हो सके। इसके बाद 22 मार्च यानि आज भी सुबह उक्त एस.एच.ओ. की ड्यूटी सिक्योरिटी ब्रांच वालों ने बिना सीनियर अफसरों को बताए सुबह स्पैशल नाके 6 से 9 बजे तक लगा दी।
देर शाम एस.एच.ओ. को दोबारा सिक्योरिटी ब्रांच स्टाफ ने फोन कर कहा कि जनाब आपकी आज नाइट डोमिनेशन की ड्यूटी लगी है। इस बात को सुनकर एस.एच.ओ. साहिब का बी.पी. बढ़ गया। उन्होंनें साफ शब्दों में कह दिया कि बार-बार उनकी ड्यूटी लगाकर उन्हें तंग किया जा रहा है। इसके बाद एस.एच.ओ. ने ओ.एस.आई. ब्रांच के इंचार्ज को भी फोन कर शिकायत की कि मैं पहले से ही काफी ड्यूटी कर चुका हूं। किसी और एस.एच.ओ. की ड्यूटी क्यों नहीं लगती। ऐसे में मैं मेडिकल लीव पर चला जाऊंगा।
गौर हो कि ओ.एस.आई. ब्रांच के इंचार्ज के अधीन सिक्योरिटी ब्रांच आफिस आता है। एस.एच.ओ. ने इसके अलावा अपने हलके के ए.सी.पी. को भी फोन कर शिकायत कर कहा कि वह लगातार लग रही ड्यूटियां से शारीरिक तौर पर वह बीमार हो रहे हैं, इसके बाद एस.एच.ओ. की ड्यूटी कैंसिल हुई।
एस.एच.ओ. ने कहा- सी.पी. मैडम ऐसे मामलों में दें विशेष ध्यान
वही नाम न छापने की शर्त पर कुछ एस.एच.ओ. का कहना है कि सी.पी. मैडम (पुलिस कमिश्नर) को इस मामले में ध्यान देने की जरुरत है। क्योंकि सिक्योरिटी ब्रांच स्टाफ तथा ओ.एस.आई. ब्रांच में तैनात पुलिस जवान काफी समय से ड्यूटी कर रहे हैं। वह अपनी मनमर्जी से एस.एच.ओ. व बाकी पुलिस जवानों की ड्यूटियां लगा कर उन्हें तंग करते हैं। यदि उन्हें कहा जाए कि बाकी पुलिस जवानों की डयूटी रुटीन में नहीं लगती तो वह डराते है कि आप सी.पी. मैडम से बात करें, जिस कारण एस.एच.ओ. व बाकी पुलिस जवान डर जाते हैं। हालांकि कुछ लोग तो आफिस में वर्षों से ड्यूटियां कर रहे, उन्हें हटाया नहीं जाता है। पुलिस जवानों का कहना है कि उन्हें मालूम है कि नई सी.पी. मैडम बहुत ईमानदार है और किसी की सिफारिश नहीं सुनती है। कृप्या व इस मामले में विशेष ध्यान दे।
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