Edited By Urmila,Updated: 14 Jun, 2024 03:10 PM
एक तरफ जहां स्वास्थ्य विभाग लोगों को गुणवत्तापूर्ण सामान की आपूर्ति सुनिश्चित करने के बड़े-बड़े दावे करता है।
पटियाला/बारां : एक तरफ जहां स्वास्थ्य विभाग लोगों को गुणवत्तापूर्ण सामान की आपूर्ति सुनिश्चित करने के बड़े-बड़े दावे करता है, वहीं जमीनी हकीकत इन दावों से मेल खाती नहीं दिख रही है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की 'नजर' के तहत सभी प्रकार के कथित घटिया उत्पादों की बिक्री के अलावा, नकली कोल्ड ड्रिंक, आइसक्रीम, जूस और रंगीन फ्लेवर से तैयार जूस अब गर्मी के मौसम में सड़क के किनारे बिकने लगे हैं, इन्हें सड़कों और दुकानों पर खुलेआम बेचा जा रहा है और साफ-सफाई पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। हैरानी की बात तो यह है कि इस संबंध में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को सब कुछ पता होने के बावजूद अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।
यहीं नहीं अगर विभाग की ओर से कोई कार्रवाई की जाती है तो वह भी महज खानापूरी बनकर रह जाती है, क्योंकि इक्का-दुक्का जगहों पर कार्रवाई के अलावा यह सिलसिला यूं ही चलता रहता है। पटियाला शहर के साथ-साथ विभिन्न गांवों की खुली दुकानों में सड़कों के किनारे नकली कोल्ड ड्रिंक और एनर्जी ड्रिंक और आइसक्रीम जैसे अन्य कोल्ड ड्रिंक बेचे जा रहे हैं। स्थानीय लोगों का आरोप है कि स्वास्थ्य विभाग इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है। उन्होंने कहा कि नकली फ्लेवर से तैयार पदार्थों से एलर्जी, सर्दी, खांसी, पेट व छाती की बीमारियां बढ़ी हैं।
शहरवासियों का कहना है कि इन नकली कोल्ड ड्रिंक और आइसक्रीम को बेचने का मुख्य कारण यह है कि यह दुकानदारों को सस्ता पड़ता है। सस्ता माल बेचकर अधिक मुनाफा कमाने के कथित चक्कर में कुछ दुकानदार सीधे तौर पर लोगों की जान से खिलवाड़ कर रहे हैं। वहीं वहां के निवासियों ने बताया कि शहर व गांवों में कई ऐसे गोदाम हैं, जिनमें माल स्टोर कर आगे सप्लाई किया जाता है। स्वास्थ्य विभाग की ढीली कार्यप्रणाली को देखते हुए स्थानीय लोगों ने मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान से अपील की है कि नकली और घटिया सामान बेचने वाले लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए ताकि लोगों के स्वास्थ्य के साथ हो रहे खिलवाड़ को रोका जा सके और एक स्वस्थ पंजाब की सृजना की जाए।
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