Edited By Tania pathak,Updated: 30 Jan, 2021 11:10 AM

गणतंत्र दिवस के अवसर पर दिल्ली में हुई हिंसा को देखकर चाहे ये कयास लगाए जा रहे है कि इससे अब आंदोलन थम सकता है लेकिन...
जालंधर: पंजाब में केंद्र के कृषि कानूनों के खिलाफ बढ़ता आक्रोश अब इस मसले को अलग राह पर लेकर जा रहा है। गणतंत्र दिवस के अवसर पर दिल्ली में हुई हिंसा को देखकर चाहे ये कयास लगाए जा रहे है कि इससे अब आंदोलन थम सकता है लेकिन फिर भी किसान परिवार अपनी मांगों को लेकर अड़े है। दिल्ली हिंसा के बाद केंद्र का सख्त रवैया भी धरने पर कई महीनों से डटे किसानों का हौसला नहीं गिरा पा रहा है।
इन सब के बीच पंजाब के मानसा का एक ऐसा गांव सुर्ख़ियों में आ गया है जिसने अपने एक फैसले से इस आंदोलन को फिर से तेज करने का काम किया है। मिली जानकारी अनुसार पंजाब के मानसा के गांव नंगल कलां की पंचायत ने यह फैसला किया है कि किसान अंदोलन को मजबूत करने के लिए गांव के हर परिवार से एक शख्स दिल्ली जाएगा और वहां पर कम से कम 7 दिन तक रहेगा। अगर ऐसा न किया गया तो 1500 रुपए का जुर्माना होगा।
गांव की पंचायत की तरफ से लिया गया यह फैसला किसानों का उत्साह बढ़ाने तथा उनका साथ देने के लिए लिया गया है। गौरतलब है कि पिछले कई महीनों से पंजाब-हरियाणा सहित कई राज्यों से आए किसान दिल्ली बॉर्डर पर धरना दे रहे है। इसी बीच गणतंत्र दिवस पर उनकी किसान ट्रैक्टर परेड राष्ट्रीय राजधानी की सड़कों पर अराजक हो गई, जिसके बाद से ये आंदोलन और भी उग्र हो गया है।