Edited By Urmila,Updated: 26 May, 2024 01:57 PM
पटियाला शहर के दिल माने जाने वाले बारादरी गार्डन में स्थित शहर के सब से महंगे और हेरिटेज होटल नीमराना पर नगर निगम ने शिकंजा कस दिया है।
पटियाला : पटियाला शहर के दिल माने जाने वाले बारादरी गार्डन में स्थित शहर के सब से महंगे और हेरिटेज होटल नीमराना पर नगर निगम ने शिकंजा कस दिया है। नगर निगम के सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार निगम की प्रापर्टी टैक्स ब्रांच ने इस होटल को लगभग पौने दो करोड़ रुपए का प्रापर्टी टैक्स भरने के लिए नोटिस जारी किया है। 2002 से 2007 वाली कांग्रेस सरकार समय से ही पटियाला में यह होटल चल रहा है परंतु नगर निगम ने कभी भी इस होटल से प्रापर्टी टैक्स की डिमांड नहीं की। मौजूदा नगर निगम कमिशनर आदित्य डेचलवाल के ध्यान में जब यह मामला आया तो उन्होंने तुरंत प्रापर्टी टैक्स ब्रांच को इस बारे कार्रवाई करने के लिए कहा, जिसके बाद प्रापर्टी टैक्स ब्रांच ने प्रापर्टी टैक्स कानून के अंतर्गत कार्रवाई शुरू कर दी है।
नगर निगम की तरफ से शहर की हर कमर्शियल और रैजीडैंशियल बिल्डिंग से प्रापर्टी टैक्स लिया जाता है और यह प्रापर्टी टैक्स नगर निगम की आमदन का मुख्य साधन है। नीमराना होटल भी एक कमर्शियल होटल है। जिस तरह शहर के अन्य होटल नियमों अनुसार प्रापर्टी टैक्स दे रहे हैं, उस अनुसार नगर निगम ने नीमराना पर भी प्रापर्टी टैक्स लगाया है। निगम की सर्वे ब्रांच ने होटल में जाकर सर्वे किया था, जिसका लगभग 92 लाख रुपए टैक्स बनाया था परंतु होटल की तरफ से यह टैक्स नहीं भरा गया, जिस पर ब्याज लग कर अब यह लगभग पौने दो करोड़ रुपए का हो गया है। इस टैक्स की वसूली करने के लिए नगर निगम की तरफ से कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
होटल मैनेजमेंट ने कहा यह हेरिटेज बिल्डिंग इसलिए नहीं लग सकता प्रापर्टी टैक्स
नगर निगम के नोटिस के जवाब में नीमराना होटल की मैनेजमेंट की तरफ से नगर निगम को जवाब भेजा गया है कि यह होटल हेरिटेज बिल्डिंग में है और हेरिटेज बिल्डिंग को सरकार ने टैक्स से छूट दी हुई है, इसलिए इस पर प्रापर्टी टैक्स या हाऊस टैक्स नहीं लग सकता। इसके साथ ही यह भी कहा गया है कि यह बिल्डिंग सरकारी बिल्डिंग है और पंजाब में टूरिज्म को परमोट करने के लिए यह होटल चलाया जा रहा है, इसलिए इस का प्रापर्टी टैक्स नहीं दिया जा सकता।
रजिन्द्रा कोठी में बनाया गया था होटल
बारादरी की जिस ऐतिहासिक और विरासती बिल्डिंग में नीमराना होटल बनाया गया है, उसे रजिन्द्रा कोठी के नाम के साथ जाना जाता है। यह कोठी शाही महल जैसी है। होटल से पहले यहां पुरालेख विभाग का दफ्तर होता था जो कि कई दशक चलता रहा। साल 2002 में जब कै. अमरिन्द्र सिंह प्रदेश के मुख्यमंत्री बने तो उन्होंने पटियाला शहर में टूरिज्म को परमोट करने के लिए फाइव स्टार टाईप होटल बनाने की योजना बनाई। इसके अंतर्गत यह रजिन्द्रा कोठी में नीमराना होटल बनाया गया। बारादरी बाग और इस होटल के बिल्कुल के साथ ही ध्रूव पांडव क्रिकेट स्टेडियम है, जहां क्रिकेट के बड़े बड़े मैच होते हैं और कई राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी यहां आते रहते हैं। इस त्रिरकेट स्टेडियम में इंटरनेशनल मैच होने, इस कारण ही बारादरी में यह नीमराना होटल बनाया गया था। अब तक कई फिल्मों की शूटिंग भी इस होटल में हो चुकी है।
यदि हेरिटेज बिल्डिंग है तो यूनेस्को सर्टिफिकेट दिखाओ: नगर निगम
नगर निगम के सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार जब नीमराना होटल ने नगर निगम के पास यह मुद्दा उठाया कि यह बिल्डिंग हेरिटेज है तो उस पर नगर निगम ने होटल मैनेजमेंट को कहा कि यदि यह बिल्डिंग हेरिटेज बिल्डिंग ऐलान की हुई है तो यूनाइटिड नेशनज ऐजुकेशनल, साईंटिफिक एंड कल्चरल आर्गेनाइजेशन ( यूनेस्को) की तरफ से जारी किया गया सर्टिफिकेट या सरकार की तरफ से जारी किया गया कोई नोटिफिकेशन दिखाया जाए।
किसी भी बिल्डिंग को हेरिटेज बिल्डिंग ऐलान करने का अधिकार यूनेस्को के पास होता है। इसके अलावा भारत सरकार और पंजाब सरकार के मंत्रालय भी हेरिटेज बिल्डिंग घोषित करते हैं। इस संबंधित कोई भी नोटिफिकेशन जारी हुई हो तो वह नगर निगम को दिखाया जाए। नगर निगम का मानना है कि बेशक इस होटल की बिल्डिंग सरकारी है परंतु यह सरकार ने नीमराना होटल को लीज पर दी हुई है, जिस करके प्रापर्टी टैक्स लेना बनता है। इस तरह की अन्य बिल्डिंगों पर नगर निगम की तरफ से पहले ही प्रापर्टी टैक्स लिया जा रहा है।
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