Edited By Vatika,Updated: 26 Jul, 2025 04:28 PM

लेकर लुधियाना के व्यापारियों में उत्साह देखा जा रहा है और उम्मीद है कि
पंजाब डेस्क: भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 24 जुलाई को इंग्लैंड दौरे पर थे। इस दौरान उन्होंने ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर से मुलाकात की और इसके बाद दोनों देशों के बीच एफ़.टी.ए. (फ्री ट्रेड एग्रीमेंट) पर हस्ताक्षर किए गए। यह समझौता दोनों देशों के व्यापार के लिए संजीवनी का काम करेगा, जिससे 99% भारतीय उत्पादों पर इंपोर्ट ड्यूटी खत्म हो जाएगी।
भारत और यूके के बीच हो रहे इस व्यापारिक समझौते (FTA) से लुधियाना के टेक्सटाइल उद्योग को नया जीवन मिल सकता है। समझौते के तहत उम्मीद है कि निर्यातकों को यूके की मार्कीट में ड्यूटी-फ्री एक्सेस मिलेगी, जिससे निर्यात में वृद्धि होगी और रोज़गार के नए अवसर पैदा होंगे। लुधियाना के उद्यमियों और निर्यातकों ने इस समझौते का स्वागत किया है। उनके अनुसार यदि यह समझौता जल्द लागू हो जाता है, तो यह विशेष रूप से स्थानीय लघु और मध्यम उद्योगों (MSME) के लिए फायदेमंद होगा, जो पहले भारी टैरिफ की वजह से पिछड़ गए थे।
इस समझौते से भारत को यह उम्मीद है कि वर्ष 2030 तक इंग्लैंड को भारतीय कपड़ा निर्यात में 30% से 45% तक की वृद्धि देखने को मिल सकती है। अनुमान है कि इस समझौते के बाद इंग्लैंड के बाज़ार में भारतीय कपड़ों की हिस्सेदारी 27 बिलियन डॉलर तक पहुंच सकती है। इसके बाद भारत सरकार का प्रयास यह भी है कि यह एफटीए लंबे समय से रुके हुए व्यापार मार्गों में आ रही रुकावटों को दूर करे और भारतीय उत्पादों के लिए यूरोपीय बाजार में नए रास्ते खोले। इस समझौते को लेकर लुधियाना के व्यापारियों में उत्साह देखा जा रहा है और उम्मीद है कि इससे लुधियाना की इंडस्ट्री को बड़ा प्रोत्साहन मिलेगा।