Edited By Subhash Kapoor,Updated: 17 Mar, 2025 07:31 PM

घोटालों का गढ़ बन चुकी नगर निगम लुधियाना का एक और कारनामा सहमने आया है जिसने सग्गु चौंक स्थित होटल ऑन में हुवे नज़ाजय निर्माण की चंडीगढ़ में सीवीओ के पास जाँच लगाते ही असल फ़ाईल को निगम के रिकॉर्ड से ग़ायब कर दिया गया !
लुधियाना (पंकज शारदा) : घोटालों का गढ़ बन चुकी नगर निगम लुधियाना का एक और कारनामा सहमने आया है जिसने सग्गु चौंक स्थित होटल ऑन में हुवे नज़ाजय निर्माण की चंडीगढ़ में सीवीओ के पास जाँच लगाते ही असल फ़ाईल को निगम के रिकॉर्ड से ग़ायब कर दिया गया !
मिली जानकारी अनुसार सग्गु चौंक स्थित होटल ऑन के निर्माण दौरान लगभग 37 हज़ार स्केयर फुट एरिया का नाजायज़ निर्माण मालिकों की तरफ़ से करवा दिया गया। इस दौरान एमटीपी का फ़ालतू चार्ज संजय कँवर नामी अधिकारी के पास था , नाजायज़ निर्माण करने वाले होटल मालिकों पर मेहरबान निगम अधिकारियों ने सभी क़ायदे क़ानून को छिके पर टाँग इसे कंपाउंड तक कर डाला। इस मामले पर उस समय हंगामा खड़ा हो गया जब इसमें स्लिप्त निगम अधिकारियों पर मोटी रिश्वत वसूलने के आरोप लगने शुरू हो गए जिसके बाद मामले की जाँच लोकल बॉडी विभाग के चीफ़ विजिलेंस ऑफिसर (सीवीओ) को सौंपी गई थी। इससे पहले कि जाँच शुरू होती, जब सीवीओ ने निगम की बिल्डिंग शाखा को उक्त होटल की फ़ाईल लेकर आने के आदेश दिये तो खुलासा हुआ की रिकॉर्ड में फ़ाईल है ही नही। सबसे हेरानी की बात यह रही कि रिकॉर्ड से फ़ाईल के ग़ायब होने संबंधी निगम ने कोई fir तक दर्ज नहीं करवाई हुई है !
इधर सूत्रों की माने तो इस होटल के हुए निर्माण में मालिकों की तरफ़ से 27 लाख निगम को दिया गया था जिसमें आख़िरी रसीद जो की तीन लाख की बताई जाती है, को जारी करते हुए उस पर कंपाउंडिंग फ़ीस लिखा गया था, जबकि नियम मुताबिक़ होटल में हुए नाजायज़ 37 हज़ार स्केयर फीट वाले निर्माण को कंपाउंड ही नहीं किया जा सकता है ! बता दें कि होटल की पार्किंग के लिए बनी बेसमेंट को भी ख़त्म करते हुवे बेनकेट हॉल का निर्माण करवा दिया जा चुका है !
सूत्र बताते है कि इस खेल में लाखों रुपए की रिश्वत का लेनदेन हुवा था जिस में एरिया बिल्डिंग इंस्पेक्टर, एटीपी और एमटीपी का अतिरिक्त चार्ज लेने वाले एसई तक सब ने बहती गंगा में हाथ धोये थे। जाँच दौरान सारा भेद खुलता नज़र आता देख आरोपियों ने निगम रिकॉर्ड से होटल की फ़ाईल को ही ग़ायब करवा दियाय़ अब देखना होगा कि लोकल बाडी विभाग इस चर्चित मामले में क्या करवाई करता है !