Edited By Subhash Kapoor,Updated: 04 Jun, 2024 10:46 PM
![ludhiana aap could not repeat the magical performance of assembly elections](https://img.punjabkesari.in/multimedia/914/0/0X0/0/static.punjabkesari.in/2024_4image_08_59_042261510aap-ll.jpg)
: लोकसभा चुनावों के मंगलवार को आए परिणामों में जहां पंजाब में सतारूढ़ आम आदमी पार्टी की सरकार के 4 मंत्री चुनाव हार गए हैं, वहीं देश की संसद में लुधियाना शहर के मुद्दे उठाने के उद्देश्य से ‘आप’ की टिकट पर चुनाव लड़ रहे सैंट्रल से विधायक अशोक पराशर...
लुधियाना (विक्की): लोकसभा चुनावों के मंगलवार को आए परिणामों में जहां पंजाब में सतारूढ़ आम आदमी पार्टी की सरकार के 4 मंत्री चुनाव हार गए हैं, वहीं देश की संसद में लुधियाना शहर के मुद्दे उठाने के उद्देश्य से ‘आप’ की टिकट पर चुनाव लड़ रहे सैंट्रल से विधायक अशोक पराशर पप्पी का सांसद बनने का सपना भी अधूरा रह गया। 2022 में ‘आप’ की ओर से विधायक बने पराशर को इस चुनाव में कांग्रेस के कैंडीडेट अमरेंद्र सिंह राजा वड़िंग ने 85,147 वोटों से पराजित किया और वह तीसरे नंबर पर रहे जबकि भाजपा के रवनीत बिट्टू दूसरे स्थान पर रहे।
राजा वड़िंग को सर्वाधिक 3,22,224 वोट मिले जबकि विधायक पराशर को सभी 9 विधानसभा हल्कों से पोस्ट बैल्ट के 457 वोट मिलाकर कुल 2,37,077 वोट पड़े। हैरानी की बात तो यह है कि आम आदमी पार्टी लोकसभा चुनाव में सभी 9 विधानसभा हलकों में से किसी एक में भी जीत हासिल नहीं कर पाई और सभी हलकों में तीसरे नंबर पर ही रही है।
इससे भी आश्चर्यजनक बात यह है कि उक्त 9 में से 8 पर तो सभी मौजूदा विधायक ‘आप’ के ही हैं जबकि एक दाखा सीट पर अकाली विधायक मनप्रीत सिंह अयाली हैं। हालांकि इस सीट पर पार्टी ने हलका इंचार्ज लगाया हुआ है। अब नजर अगर 2022 में हुए विधानसभा चुनावों पर दौड़ाएं तो 8 हलकों में ‘आप’ के ही विधायक हैं लेकिन इस चुनाव में पराशर समेत अन्य 7 विधायक व एक हलका इंचार्ज अपना हलका भी नहीं जीत पाए जिस बात की चर्चा आज के परिणामों के बाद हर किसी की जुबां पर है। पार्टी नेताओं का कहना है कि हमें 2022 जैसे जादुई प्रदर्शन की उम्मीद थी।