Edited By Tania pathak,Updated: 27 Nov, 2020 01:13 PM

दिल्ली में जा कर केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन को लेकर लाखों की संख्या में किसान जत्थेबंदियां अलग-अलग जगहों से रवाना हो चुकी हैं। इस आंदोलन के चलते किसानों ने अपनी कुछ मुख्य मांगे सरकार समस्ख रखी है...
पंजाब: केंद्र द्वारा बनाए गए कृषि कानूनों को लेकर किसानों का गुस्सा तेजी से आक्रमक हो रहा है। पिछले लगभग तीन महीनों से किसानों द्वारा जारी प्रदर्शन आज दिल्ली पहुंच गया है। इस आंदोलन के कारण पंजाब, हरियाणा, दिल्ली समेत कई राज्यों की स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। जानकारी के लिए बता दें कि कई महीनों से चल रहे इस प्रदर्शन के कारण रेलवे विभाग को ख़ासा नुक्सान उठाना पड़ा है।
व्यापार से लेकर कोयले तक हर क्षेत्र को प्रभावित करने वाले इस किसान आंदोलन की मुख्य वजह नए कृषि कानूनों में संशोधन और अन्य कानूनों का लागू होना है। इसी के चलते दिल्ली में जा कर केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन को लेकर लाखों की संख्या में किसान जत्थेबंदियां अलग-अलग जगहों से रवाना हो चुकी हैं। इस आंदोलन के चलते किसानों ने अपनी कुछ मुख्य मांगे सरकार समस्ख रखी है...
- आंदोलन की सबसे बड़ी वजह केंद्र द्वारा लागू किए गए कृषि के तीन कानून हैं। किसानों के मुताबिक इन कानूनों के कारण खेती के निजीकरण, जमाखोरों और अंबानी-अडानी जैसे कॉर्पोरेट कंपनियों को ही फायदा पहुंचेगा। इसी कारण वह केंद्र सरकार पर इन कानूनों को वापस लेने का दबाव बनाने के लिए प्रदर्शन कर रहे हैं।
- किसानों की दूसरी बड़ी मांग बिजली बिल संशोधन को समाप्त करना है। इस बिल के अंतर्गत किसानों को कृषि के लिए मुफ्त बिजली दी जाती थी, इसीलिए उनकी मांग है कि इसमें हुए संशोधन को वापिस लेकर इस कानून को खत्म किया जाए।
- इसके बाद किसानों की अगली मांग न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर लिखित आश्वासन को लेकर है। उनका कहना है बिल के तौर पर एक लिखित आश्वासन मिलना चाहिए कि भविष्य में पारंपरिक खाद्य अनाज खरीद प्रणाली जारी रहेगी।
- किसानों की एक और मांग खेतों में पराली जलाने पर सजा और जुर्माने को खत्म करने की है। इसी के साथ इस आरोप में गिरफ्तार हुए दूसरे किसानों को रिहा करने पर भी जोर दिया जा रहा है।
- पंजाब में गन्ने की फसल के भुगतान के कारण पहले ही सरकार कई बार आलोचना का शिकार हो चुकी है। ऐसे में किसानों द्वारा गन्ने की फसल के भुगतान संबंधी सभी मुद्दों को हल करने की मांग भी रखी गई है।

गौरतलब है कि इन्हीं मांगों के चलते किसानों द्वारा अब 'दिल्ली चलो' का नारा देकर केंद्र सरकार खिलाफ गुस्सा जाहिर करने के लिए कूच किया जा रहा है। दिल्ली में जा कर केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन को लेकर लाखों की संख्या में किसान जत्थेबंदियां अलग-अलग जगहों से रवाना हो चुकी है।