Edited By Vatika,Updated: 06 Aug, 2025 09:36 AM

उल्लंघन बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और दोषियों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी।
जालंधर (चोपड़ा) : जिला प्रशासन ने आमजन की सुरक्षा और कृषि क्षेत्र को नुकसान से बचाने के लिए एक बड़ा फैसला लेते हुए सार्वजनिक स्थलों और सड़कों पर आवारा पशुओं को छोड़ने पर सख्त प्रतिबंध लगा दिया है। डिप्टी कमिश्नर डॉ. हिमांशु अग्रवाल ने यह आदेश जारी करते हुए कहा कि इसका उद्देश्य सड़क सुरक्षा सुनिश्चित करना, फसलों की रक्षा करना और पशु कल्याण को बढ़ावा देना है।
डॉ. अग्रवाल ने स्पष्ट किया कि प्रशासन के संज्ञान में आया है कि कई लोग अपने पशुओं को खेतों और सड़कों पर खुला छोड़ देते हैं। इससे न केवल सड़क दुर्घटनाओं की आशंका बढ़ती है, बल्कि फसलों को भी भारी नुकसान होता है। साथ ही, ऐसे पशु बेकाबू होकर राहगीरों और वाहन चालकों के लिए खतरा बन जाते हैं। उन्होंने कहा कि इस गंभीर समस्या से निपटने के लिए प्रशासन ने ग्रामीण विकास एवं पंचायत विभाग और पुलिस विभाग को अपने-अपने अधिकार क्षेत्र में इन आदेशों को सख्ती से लागू करने के निर्देश दिए हैं। डिप्टी कमिश्नर ने यह भी दोहराया कि किसी भी स्थिति में नियमों का उल्लंघन बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और दोषियों के विरुद्ध उचित कार्रवाई की जाएगी।
इसके साथ ही पशुओं की देखभाल और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रशासन ने एक विशेष हेल्पलाइन नंबर 9646-222-555 भी जारी किया है। नागरिक इस नंबर पर घायल, बीमार या असहाय पशुओं की सूचना दे सकते हैं, ताकि उन्हें समय पर चिकित्सा सहायता दी जा सके और सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा सके।