Edited By Kalash,Updated: 24 Apr, 2025 01:16 PM

कई देशों में डंकी लगवा कर विदेश भेजने वाले एजैंटों के गैंग की जड़े जालंधर की निकली हैं।
जालंधर (वरुण): कई देशों में डंकी लगवा कर विदेश भेजने वाले एजैंटों के गैंग की जड़े जालंधर की निकली हैं। कई सालों से करीब आधा दर्जन एजैंट इस धंधे में शामिल हैं, जिनके पास न ही तो कोई आफिस है और न ही लाइसैंस लेकिन फिर भी उक्त एजैंट लोगों को विदेश डंकी के रूट पर भेजते हैं और देश से निकलने के बाद जंगलों में ले जाकर इन्हीं एजेंटों के डोंकर उन लोगों को बंधक बना कर और पैसों की मांग करते हैं।
मामला जब बंधक बने लोगों के घर वालों तक पहुंचता है तो तब फिर एजैंटों की एंट्री होती हैं जो मांगी गई रकम को कम करके डोंकर से सैटिंग करवा कर लोगों को छुड़वा देते हैं जबकि उस रकम की आधी रकम एजैंटों को मिल जाती है। इतना ही नहीं, यह एजैंट पुलिस के तथाकथित टाऊट के तौर पर भी काम करते हैं। यह एक उच्च अधिकारी के खास टाऊट के तौर पर काम करते हैं और जब एजेंटी के काम पर कोई पुलिस एक्शन में आती है तो वह उसी उच्च अधिकारी की शरण में जाकर बच जाते हैं।
हैरानी की बात है कि पुलिस की नजरों में बेहतर टाऊट बनने के लिए एजैंटों ने पहले नशा तस्करों से दोस्ती भी कर ली होती है और फिर उन्हीं नशा तस्करों का ट्रैप लगवा कर उन्हें पकड़वाने का काम भी करते हैं। हालांकि एक तथा कथित एजैंट के खिलाफ जालंधर पुलिस ने केस भी दर्ज किए हुए हैं, जिसके बाद उसने जालंधर से अपना पैकअप करके घूम फिर कर ही वहीं काम शुरू कर लिया था। एजैंट इतने शातिर भी हैं कि उन्होंने कई नेताओं से भी यारी डाल रखी है जो आने वाले समय में नेताओं के लिए भी भारी पड़ सकती है क्योंकि इन एजैंटों की पोल खोलने के लिए दिल्ली से पुलिस टीम कभी भी जालंधर में दबिश दे सकती है।
एजैंटों और डोंकरों के बीच की चल रही पार्टनशिप का भी जल्द ही खुलासा किया जाएगा। हाल ही में जब अमेरिका ने अवैध तरीके से रह रहे लोगों को डिपोर्ट करके भारत वापिस भेजा तो तब इन लोगों के नाम भी सामने आए थे, जिसके बाद उक्त एजैंट घरों से गायब भी रहे लेकिन अब लोगों को ठगने के लिए वह दोबारा से एक्टिव हो चुके हैं।
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