Edited By Kamini,Updated: 19 Apr, 2025 03:03 PM

जानकारी के मुताबिक, रिटायर्ड स्कूल टीचर को पुलिस के जरिए से एक फोन कॉल आया।
तरनतारन : साइबर ठगों द्वारा नए-नए तरीके अपनाकर लोगों को ठगी का शिकार बनाना शुरू कर दिया है। मिली जानकारी के अनुसार ठगो द्वारा एक रिटायर्ड प्राइवेट टीचर को ठगी का शिकार बनाया गया है। उल्लेखनीय है कि जिला निवासी एक रिटायर्ड प्राइवेट टीचर को ठगों द्वारा फर्जी पुलिस कॉल के माध्यम से 23 लाख रुपए की ठगी का शिकार बनाया गया है, जिसके संबंध में थाना साइबर सेल की पुलिस ने 2 व्यक्तियों को नामजद कर आगे की जांच शुरू कर दी है।
इस संबंध में जानकारी देते हुए साइबर थाना तरनतारन की प्रभारी इंस्पेक्टर नरिंदर कौर ने बताया कि ऑनलाइन ठगी संबंधी रोजाना शिकायतें मिल रही हैं। जिसके चलते विभाग द्वारा समय-समय पर जागरूकता शिविर भी आयोजित किए जा रहे हैं। इंचार्ज नरिंदर कौर ने बताया कि दलजीत कौर पत्नी सुखविंदर सिंह निवासी गुरु नानक कॉलोनी पट्टी ने शिकायत दर्ज करवाई है, जोकि रिटायर्ड प्राइवेट टीचर है। ठगी का शिकार हुई टीचर ने बताया कि उसे ऑनलाइन कॉल करके हवाला मनी का केस दर्ज करवाने की धमकी देकर 23 लाख रुपए की ठगी की गई है।
मामले की जांच के बाद वेंकटेशन पुत्र चिन्नासमन निवासी तिहारूपट्टार, तमिलनाडु व कुशवाह अनंत पुत्र अनंत बनिस निवासी मालगहा, उत्तर प्रदेश के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर उनकी गिरफ्तारी के लिए आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है। इंस्पेक्टर नरिंदर कौर ने लोगों से अपील की है कि जिस किसी व्यक्ति को फर्जी पुलिस रिपोर्ट या माननीय अदालत से समन संबंधी फोन आता है तो वह तुरंत साइबर पुलिस स्टेशन से संपर्क कर सकता है।
गौरतलब है कि, हर दिन अलग-अलग तरह के जालसाजों द्वारा ऑनलाइन धोखाधड़ी का शिकार बनाया जा रहा है। इसे रोकने के लिए भारत सरकार विभिन्न कदम उठा रही है। लोगों को इन दिनों काफी संख्या में फोन कॉल आ रहे हैं, जिनमें उन्हें गिरफ्तारी के संबंध में ब्लैक कॉल आने लगे हैं, जबकि उनके खिलाफ माननीय न्यायालय में लंबित मामले में पेश न होने पर उनके खिलाफ वारंट जारी किया जा रहा है। इतना ही नहीं, कई लोगों को मोबाइल फोन पर पुलिस की वर्दी में एक डीपी द्वारा खुद को दूसरे राज्यों का उच्च पदस्थ अधिकारी बताकर केस दर्ज करने की धमकी दी जा रही है, जिसके चलते रोजाना कई लोग आसानी से इनके चंगुल में फंस रहे हैं, जो लाखों रुपए की ठगी का शिकार होने को मजबूर हैं।
कॉल करने वाला व्यक्ति अक्सर फोटो के साथ परिवार के सदस्यों का विवरण भेजकर तरह-तरह के बहाने व धमकियां देकर ऑनलाइन ठगी का शिकार बन रहा है। जालसाज अक्सर मोबाइल फोन पर ऑनलाइन लिंक भेजकर यूजर को फॉर्म भरने के लिए लुभाते हैं, जिसके बाद जालसाज बैंक में उपलब्ध रकम को आसानी से अपने खाते में ट्रांसफर कर लेते हैं। इसके अलावा बैंक एटीएम कार्ड का नवीनीकरण, आधार कार्ड को वोटर कार्ड से लिंक करना, बैंक खातों की केवाईसी करना, फर्जी कूपन का डर दिखाना, ऑनलाइन शॉपिंग करते समय खुद को शिकार बनाने का सिलसिला लगातार जारी है। इसके अलावा कुछ ठग ज्यादातर वृद्ध लोगों से दोस्ती करते समय उन्हें अश्लील वीडियो भेजकर अपने जाल में फंसा लेते हैं, जिसके बाद वे उनसे लाखों रुपये ऐंठ लेते हैं।
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