Edited By swetha,Updated: 25 Feb, 2020 11:30 AM
पंजाब विधानसभा का बजट सत्र मंगलवार को भी हंगामेदार हो सकता है। बेशक मुख्यमंत्री अमरेंद्र सिंह सदन में जवाब देंगे लेकिन विपक्षी दल के तेवर नरम पडऩे की गुजाइंश कम है।
चंडीगढ़(अश्वनी): पंजाब विधानसभा का बजट सत्र मंगलवार को भी हंगामेदार रहा। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने सदन में डी.जी.पी. दिनकर गुप्ता के बयान और कैबिनेट मंत्री भरत भूषण आशु पर 1992 में लुधियाना ब्लास्ट में सलिंप्पता के लगे आरोपों पर स्पष्टीकरण दिया। उन्होंने कहा कि डी.जी.पी. गुप्ता को ऐसे बयान देने से बचना चाहिए। उनका बयान निंदनीय है। इसके साथ ही उन्होने कहा कि आशु बम ब्लास्ट के आरोपी से बरी हो चुके है।
निलबिंत डी.एस.पी. बलविंद्र सिंह सेखों के आरोप बेबुनियाद है। उल्लेखनीय है कि डी.जी.पी. गुप्ता ने बयान दिया था कि बिना वीजा के करतारपुर में एंट्री को लेकर सवाल उठाते हुए कहा था कि सुबह करतारपुर जाने वाला शाम तक ट्रेंड आतंकी बनकर लौटता है। वहीं सेखों कीतरफ से कैबिनेट मंत्री भारत भूषण आशु पर 1992 में लुधियाना बम धमाके में शामिल होने के आरोप लगाए थे। इसी को लेकर पंजाब विधानसभा में लगातार हंगामा हो रहा था। आज तीसरे दिन भी मुख्यमंत्री के बयान से असंतुष्ट शिरोमणि अकाली दल और आप विधायकों ने विधानसभा से वॉकआउट किया।