Edited By Subhash Kapoor,Updated: 28 Jun, 2025 05:36 PM

एक शिक्षित और आत्मनिर्भर युवती, जो एक प्रतिष्ठित आईटी कंपनी में कार्यरत है, को शादी के कुछ ही महीनों के भीतर दहेज की मांग और घरेलू हिंसा का शिकार होना पड़ा।
जालंधर (कशिश): एक शिक्षित और आत्मनिर्भर युवती, जो एक प्रतिष्ठित आईटी कंपनी में कार्यरत है, को शादी के कुछ ही महीनों के भीतर दहेज की मांग और घरेलू हिंसा का शिकार होना पड़ा। पीड़िता, श्रेया अग्रवाल निवासी जालंधर ने अपने पति शिवम शर्मा निवासी बैजनाथ (हिमाचल प्रदेश) , सास व ससुर पर दहेज की मांग को लेकर मानसिक उत्पीड़न और शारीरिक हिंसा जैसे गंभीर आरोप लगाए हैं।
श्रेया अग्रवाल ने जालंधर पुलिस आयुक्त को दी अपनी विस्तृत शिकायत में बताया कि कैसे 15 फरवरी 2023 को शिवम शर्मा से विवाह के बाद उसके साथ लगातार अमानवीय व्यवहार किया गया। शिकायत के अनुसार शादी से पहले हुए रोका समारोह में पीड़िता के परिवार ने 4.5 लाख खर्च किए। इसके बाद शादी की तैयारियों के नाम पर बार-बार पैसे की मांग की गई। शादी एक डेस्टिनेशन वेडिंग थी, जिसमें करीब 23.5 लाख से ज्यादा की राशि लड़की के परिवार ने खर्च की। श्रेया ने बताया कि शादी के तुरंत बाद ही पति शिवम शर्मा ने उसके बैंक अकाउंट्स से 7.5 लाख रुपए निकाल लिए। सास-ससुर ने गहने और तोहफों पर कब्जा कर लिया। आरोप है कि श्रेया को शारीरिक व मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया, खाने तक से वंचित रखा गया और 10 लाख की और मांग की गई। प्रताड़ना से तंग आकर जुलाई 2024 में उसने अपने माता-पिता को बुलाकर ससुराल घर से निकलने की गुहार लगाई।
महिला पुलिस थाना जालंधर की प्रारंभिक जांच में पुष्टि हुई है कि पीड़िता को दहेज की मांग को लेकर मानसिक और आर्थिक रूप से प्रताड़ित किया गया और उसका स्त्री धन भी उसके पति शिवम शर्मा के कब्जे में है। पुलिस द्वारा की गई जांच के आधार पर शिवम शर्मा पुत्र ज्योति प्रकाश शर्मा के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है।