डेरा सच्चा सौदा के वारिस को लेकर बढ़ने लगा दबाव

Edited By Vatika,Updated: 19 Jan, 2019 10:53 AM

dispute in dera sacha sauda property

डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह को पत्रकार छत्रपति की हत्या के मामले में उम्रकैद की सजा के बाद डेरे में एक बार फिर से यह प्रश्न उठने लगा है कि अब डेरे की गद्दी कौन संभालेगा? साध्वी यौन शोषण के मामले में 20 वर्ष की कैद भुगत रहे डेरा...

जालंधर(मोहन): डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह को पत्रकार छत्रपति की हत्या के मामले में उम्रकैद की सजा के बाद डेरे में एक बार फिर से यह प्रश्न उठने लगा है कि अब डेरे की गद्दी कौन संभालेगा? साध्वी यौन शोषण के मामले में 20 वर्ष की कैद भुगत रहे डेरा प्रमुख को लेकर अटकलें थी कि वह किन्हीं नुक्तों के आधार पर बाहर आ सकता है परन्तु 17 जनवरी को उसे सुनाई गई सजा के बाद डेरा के लोगों की उम्मीदों पर पानी फिर गया है। 
PunjabKesari
गुरमीत पर अभी 2 और केस बाकी हैं जिनका फैसला अभी होना है। सूत्र बताते हैं कि इस 17 जनवरी वाले अदालती फैसले से पूर्व ही डेरा में गद्दी को लेकर चर्चा चल पड़ी थी। डेरा में प्रथम व द्वितीय लाइन के लोग इस बात पर बंटे हुए थे कि डेरा प्रमुख जेल से बैठकर ही डेरे की व्यवस्था चलाएंगे अथवा डेरा को कोई अन्य संभालेगा। डेरा प्रमुख के पहले मामले में ही जेल जाने के बाद डेरे में सबसे बड़ा मुद्दा यही रहा कि अब डेरे की कमान कौन संभालेगा? तब यह तर्क दिया गया था कि डेरा ने गुरमीत राम रहीम सिंह को बेगुनाह साबित करने अथवा उनकी सजा कम करवाने के लिए महंगे से महंगे वकील किए हैं, इसलिए प्रतीक्षा की जानी चाहिए। करीब 2 सप्ताह पहले ही डेरा में फिर से यही प्रश्न चर्चा में था कि अगर अब डेरा प्रमुख को फिर से सजा हो गई तो डेरे को संभालने वाले को आगे लाना ही पड़ेगा।
PunjabKesari
हालांकि गुरमीत राम रहीम सिंह के वर्ष 1992 में डेरा में सत्ता संभाले जाने के बाद से डेरा में धार्मिक कार्यक्रम कम होने शुरू हो गए थे और व्यापारिक गतिविधियां बढ़ा दी गई थीं। डेरे का कारोबार करोड़ों में पहुंच गया था और डेरे की सम्पत्ति हरियाणा, पंजाब के अतिरिक्त अन्य राज्यों में भी है। सिरसा में डेरा का 700 एकड़ का आश्रम है, जबकि देशभर में उसके कई आश्रम हैं। श्रद्धालुओं से आने वाला मोटा चंदा है और करीब एक हजार करोड़ की सम्पत्ति है। डेरा प्रमुख के पहले केस में जेल जाने के बाद एक बार सारे कार्य ठप्प जैसे हो गए थे, परन्तु कुछ माह से धीरे-धीरे गतिविधियां फिर से पटरी  पर लौटने लगी। नाम चर्चा डेरा प्रमुख की मां द्वारा की जाने लगी। 11 जनवरी को डेरा प्रमुख को छत्रपति हत्याकांड में दोषी करार दिए जाने के बाद डेरे की कमान किसी न किसी को संभालने की मांग तीव्र हो गई थी। डेरा प्रमुख के समर्थकों की दलील रही कि डेरे की कमान उनकी मां नसीब कौर के हाथ में ही रखी जाए। 
PunjabKesari
काबिले जिक्र है कि डेरा प्रमुख के परिवार में उनकी पत्नी, बेटा, बेटियां और दामाद भी हैं, परन्तु जेल में सर्वाधिक मुलाकातें उनकी मां की ही होती रही हैं। ऐसा माना जाता रहा है कि उनकी मां जेल से ही डेरा चलाने के आदेश ले कर आती थी और वैसे ही डेरा चलाया जाता था। अब जबकि डेरा प्रमुख जेल में है और उसके खासम-खास भी या तो जेल में हैं या फिर गायब हैं, ऐसे में व्यापारिक कार्यों की कमान अब डेरा समर्थकों के हाथों से धीरे-धीरे खिसकनी शुरू हो गई है। बताते हैं कि इस बात को लेकर अब दबाव बढऩे वाला है कि डेरे की कमान किसी न किसी को दी जाए।

Related Story

Trending Topics

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!