Edited By Kalash,Updated: 19 Oct, 2024 01:24 PM
पॉजिटिव आने वाले रोगियों में से एक रोगी अन्य जिले का रहने वाला पाया गया।
जालंधर : शुक्रवार को डेंगू (Dengue) एवं चिकनगुनिया (Chikungunya) के दो-दो पॉजिटिव केस मिलने से जिले में डेंगू पॉजिटिव रोगियों की संख्या 74 एवं चिकनगुनिया के पॉजिटिव रोगियों की संख्या 19 पर पहुंच गई है। जिला एपिडैमोलोजिस्ट डॉ. आदित्य पाल ने बताया कि शुक्रवार को डेंगू संदिग्ध 21 रोगियों के सैंपल टैस्ट किए गए और उनमें से 3 की रिपोर्ट पॉजीटिव आई। पॉजिटिव आने वाले रोगियों में से एक रोगी अन्य जिले का रहने वाला पाया गया। उन्होंने बताया कि विभाग ने इसी के साथ चिकनगुनिया के तीन संदिग्ध रोगियों के सैंपल भी टैस्ट किए और उनमें से दो की रिपोर्ट पॉजीटिव आई।
डॉ. आदित्य ने बताया कि जिले के 74 डेंगू पॉजिटिव रोगियों में से 51 शहरी एवं 23 ग्रामीण क्षेत्रों के रहने वाले हैं। स्वास्थ्य विभाग की एंटी लारवा टीमों ने शुक्रवार को जिले के शहरी क्षेत्रों में 739 एवं ग्रामीण क्षेत्रों में 2808 घरों का सर्वे किया और इस दौरान उन्हें शहरी क्षेत्रों में 13 तथा ग्रामीण क्षेत्रों में 17 स्थानों पर डेंगू ज्वर फैलाने वाले मच्छरों का लारवा मिला जिसे टीमों ने तुरंत नष्ट कर दिया।
सिविल सर्जन ने लोगों को डेंगू ज्वर से बचाव संबंधी किया जागरूक
'हर शुक्रवार-डेंगू पर वार 'अभियान के तहत शुक्रवार को सिविल सर्जन डॉ गुरमीत लाल ने लोगों को डेंगू ज्वर से बचाव संबंधी विस्तार पूर्वक जानकारी दी। इस अभियान के तहत ई.एस.आई. अस्पताल एवं आसपास के क्षेत्रों में लोगों को जागरूक करते हुए सिविल सर्जन (Civil Surgeon) ने उन्हें समझाया कि वह अपने घरों के आसपास, प्रांगण में एवं छत पर पानी इक्ट्ठा न होने दे क्योंकि इनमें डेंगू ज्वर फैलाने वाले मच्छरों का लारवा पैदा हो सकता है। उन्होंने लोगों को डेंगू ज्वर के लक्षणों बारे भी बताया। इस अवसर पर उनके साथ जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ राकेश चोपड़ा, जिला एपिडेमियोलॉजिस्ट डॉ आदित्य पाल भी उपस्थित थे।
मास मीडिया विंग मर्जी से ही जारी करता है आंकड़े !
सिविल सर्जन दफ्तर के मास मीडिया विंग की घटिया कार्य प्रणाली का भी जवाब नहीं। इस विंग के अधिकारियों का दफ्तर के अन्य अधिकारियों से शायद कोई तालमेल नहीं है। इस बात का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि शुक्रवार को मास मीडिया विंग द्वारा जारी किए गए प्रैस नोट में लिखा गया कि विभाग की टीमों ने जिले के 2248 घरों का सर्वे किया और उन्हें इस दौरान 7 स्थानों पर मच्छरों का लारवा मिला। उधर जिला एपिडेमियोलोजिस्ट द्वारा जारी की गई रिपोर्ट के मुताबिक विभाग की टीमों ने शुक्रवार को 3547 घरों का सर्वे किया और इस दौरान उन्हें 30 स्थानों पर मच्छरों का लारवा मिला। अब इन दोनों रिपोर्ट्स में से कौन सी सही है यह तो विभाग के उच्च अधिकारी ही जाने।
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