Edited By Subhash Kapoor,Updated: 17 Mar, 2025 07:44 PM

जालंधर को नशा मुक्त शहर बनाने के लिए अपनी तरह के पहले जन संपर्क प्रोग्राम 'संपर्क' के दौरान पुलिस कमिश्नर धनप्रीत कौर ने लोगों से जिले से नशे की समस्या को खत्म करने के लिए एकजुट होने की अपील की।
जालंधर : जालंधर को नशा मुक्त शहर बनाने के लिए अपनी तरह के पहले जन संपर्क प्रोग्राम 'संपर्क' के दौरान पुलिस कमिश्नर धनप्रीत कौर ने लोगों से जिले से नशे की समस्या को खत्म करने के लिए एकजुट होने की अपील की।
डी.ए.वी कॉलेज जालंधर में लोगों से बातचीत के दौरान पुलिस कमिश्नर ने कहा कि पंजाबियों में विपरीत परिस्थितियों में भी आगे बढ़ने का जज्बा है। आतंकवाद का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि पंजाबियों ने राज्य को एक शांतिपूर्ण और प्रगतिशील राज्य बनाने की अपनी दृढ़ प्रतिबद्धता और दृढ़ संकल्प के कारण उन 'काले दिनों' को भी पार कर लिया। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे जिले से नशे की समस्या को जड़ से खत्म करने के लिए इसी तरह का जज्बा जगाएं।
पुलिस कमिश्नर ने लोगों से समाज से नशीले पदार्थों को खत्म करने के लिए 'युद्ध नशे के विरुद्ध पहल में शामिल होने का आह्वान किया। उन्होंने लोगों से नशे से संबंधित गतिविधियों पर खुलकर रिपोर्ट करने को कहा ताकि नशे की सप्लाई चेन को तोड़ा जा सके। उन्होंने कहा कि इस समूह संवाद का मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि युवा पीढ़ी को नशे के जाल में फंसने से बचाया जा सके।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार पहले ही नशे की सप्लाई लाइन तोड़ चुकी है और अब समय की मांग है कि नशे पर निर्भर लोगों को नशा मुक्त कर और इलाज कर इसे रोका जा सके। पुलिस कमिश्नर ने आगे कहा कि सरकार इस लक्ष्य को जल्द से जल्द हासिल करने के लिए सक्रियता से काम कर रही है। उन्होंने 'युद्ध नशे के विरुद्ध' अभियान पर प्रकाश डालते हुए कहा कि जन आंदोलन के माध्यम से नशे की सप्लाई और मांग को कम करने की यह अपनी तरह की पहली पहल है। उन्होंने कहा कि इस अनुकरणीय पहल का उद्देश्य नशे से निपटने में अधिकतम जनभागीदारी सुनिश्चित करना है। उन्होंने कहा कि संपर्क प्रोग्राम जालंधर को पूरी तरह से नशा मुक्त शहर बनाने में मददगार साबित होगा क्योंकि नशे की गंभीर समस्या को आम लोगों के सक्रिय सहयोग से ही नियंत्रित किया जा सकता है, जो इस पूरे अभियान का आधार है।
उन्होंने यह भी कहा कि नशे से प्रभावित युवाओं के माता-पिता और रिश्तेदारों को अपने बच्चों के इलाज के लिए आगे आना चाहिए। पुलिस कमिश्नर ने कहा कि जब तक नशा करने वालों के परिजन सामने नहीं आएंगे, तब तक इस समस्या का समाधान नहीं हो सकता। उन्होंने राज्य सरकार द्वारा नशामुक्ति केन्द्रों के माध्यम से नशे के आदी लोगों की लत छुड़ाने के लिए किए जा रहे प्रयासों का भी उल्लेख किया।


इस मौके पर अन्य लोगों के अलावा ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर कुमार शर्मा, ए.डी.सी.पी. तेजबीर सिंह हुंदल और सखविंदर सिंह, ए.सी.पी. ऋषभ भोला के अलावा उद्योग, सामाजिक एवं धार्मिक संगठनों के प्रतिनिधि भी उपस्थित थे।