Edited By Tania pathak,Updated: 13 Dec, 2020 12:06 PM

किसान को अगर खड़ा करना है तो उनकी आय को बढ़ाना होगा, उसे कम से कम 15 से 18 हजार करना होगा।
पंजाब: केंद्र के खिलाफ किसान आंदोलन कर रही जत्थेबंदियां एक कदम भी पीछे हटती दिखाई नहीं दे रही है। पिछले कई महीनों से केंद्र सरकार और किसानों के बीच में जारी तनातनी हर दिन आक्रमक होती जा रही है। कई पॉलीवुड, बॉलीवुड अभिनेताओं के अलावा राजनेता भी इस आंदोलन पर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे है। इस सब के बीच पंजाब के पूर्व कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने एक बार फिर किसानों के हक़ में अपनी आवाज बुलंद की है। सिद्धू ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक वीडियो जारी कर मोदी सरकार के खिलाफ जमकर भड़ास निकाली है।
अपने बेबाक विचारों के लिए मशहूर नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि "किसान न तो कर्ज माफी और न ही सब्सिडी की मांग कर रहे हैं, वे उचित कीमतों के लिए लड़ रहे हैं। स्वामीनाथन के सी 2 फॉर्मूला को पूरी तरह से लागू करने के बजाय, सरकार उनकी सुनिश्चित आय को छीन रही है। उन्होंने किसानों की आय दोगुनी करने का वादा किया है।" लेकिन 6000 रुपये (450 प्रति माह) लॉलीपॉप दिया गया है। "
वही उन्होंने कहा कि 1942 में डीजल की कीमत 6 रूपए थी, गेहूं की 350 कीमत और धान 270 पर था। डीज़ल अब 70 तक पहुंच चुका है जबकि किसान की MSP 17 गुना भी नहीं बढ़ी। किसान को अगर खड़ा करना है तो उनकी आय को बढ़ाना होगा, उसे कम से कम 15 से 18 हजार करना होगा।