Edited By Paras Sanotra,Updated: 22 Jul, 2023 03:26 PM

विधानसभा स्पीकर कुलतार सिंह संधवां द्वारा विधायकों का सम्मान न करने की सूरत में जेल भेजने की कार्रवाई करने की जो चेतावनी दी गई थी, उसका पंजाब के सीनियर अधिकारियों पर कोई असर नहीं पड़ा।
लुधियाना (हितेश): विधानसभा स्पीकर कुलतार सिंह संधवां द्वारा विधायकों का सम्मान न करने की सूरत में जेल भेजने की कार्रवाई करने की जो चेतावनी दी गई थी, उसका पंजाब के सीनियर अधिकारियों पर कोई असर नहीं पड़ा। इसका सबूत लुधियाना के विधायक गुरप्रीत गोगी द्वारा की गई शिकायत के रूप में सामने आया है। मिली जानकारी के मुताबिक उक्त विधायक द्वारा प्रिंसिपल सेक्रेटरी दलीप कुमार पर दुर्व्यवहार करने का आरोप लगाया गया है।
विधायक जब अपने इलाके के लोगों के शिष्टमंडल के साथ गए तो उक्त अधिकारी द्वारा उनकी मीटिंग में मौजूदगी को लेकर सवाल खड़े किए गए जिस मुद्दे पर विधायक व अधिकारी के बीच जमकर कहासुनी भी हुई। इस मामले में विधायक ने विधानसभा कमेटी के पास शिकायत की है। जहां उनकी स्टेटमेंट दर्ज हो गई है जिसमें विधायक ने साफ कहा है कि ऑफिसर लोगों के प्रति जवाबदेह हैं और वे लोगों द्वारा चुने गए प्रतिनिधि हैं जिन दोनों वर्गों के साथ किसी ऑफिसर की बदतमीज़ी को बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जिसके आधार पर प्रिविलेज कमेटी द्वारा उक्त अधिकारी को 25 जुलाई को पेश होने के निर्देश दिए गए हैं।
सी.एम. मान को शिकायत देने के बाद चंद दिनों में हो गई थी ट्रांसफर
मिली जानकारी के मुताबिक विधायक गोगी द्वारा इस मामले की जानकारी मुख्यमंत्री को भी दी गई है और बताया गया कि खुद सी.एम. ने ही इंडस्ट्री के लोगों को मीटिंग के लिए उनके साथ भेजा था जहां से प्रिंसिपल सेक्रेटरी ने उन्हें बाहर जाने के लिए कह दिया। जिसका नतीजा यह हुआ कि चंद दिनों में ही उक्त अधिकारी की ट्रांसफर हो गई थी जिसे इंडस्ट्री डिपार्टमेंट से बदल कर एन.आर.आई. विभाग में तैनात कर दिया गया है।
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