Edited By Urmila,Updated: 26 Jun, 2024 01:54 PM
मुख्यमंत्री के जिले संगरूर में दिड़बा और लहरा से होकर गुजरने वाले लाडबंजारा रजबाहे भवानीगढ़ के निकट अकबरपुर गांव से लेकर हरियाणा की सीमा पर चुड़ल कलां गांव तक करीब 80 गांवों के खेत नहर के पानी से वंचित हैं।
लहरागागा : पंजाब सरकार द्वारा पंजाब के खेतों को सिंचाई के लिए 70 प्रतिशत नहरी पानी देने के बड़े-बड़े दावों व वादों के विपरीत नहर विभाग के अधिकारियों की कथित लापरवाही के कारण लहरा व दिड़बा हलके के लाडबंजारा रजबाहे पर निर्भर 80 गांवों के किसानों को नहरी पानी का लाभ नहीं मिल रहा है।
मुख्यमंत्री के जिले संगरूर में दिड़बा और लहरा से होकर गुजरने वाले लाडबंजारा रजबाहे भवानीगढ़ के निकट अकबरपुर गांव से लेकर हरियाणा की सीमा पर चुड़ल कलां गांव तक करीब 80 गांवों के खेत नहर के पानी से वंचित हैं। नहर में पूरा पानी न छोड़ने के विरोध में दर्जनों गांवों के किसानों ने लहरागागा रोड पर गांव रायधराना में नहर के पुल पर एकत्रित होकर पंजाब सरकार और नहर विभाग के खिलाफ नारेबाजी की और नहर में धान की रोपाई कर विरोध जताया।
उन्होंने नहरी विभाग के अधिकारियों पर आरोप लगाया कि विभाग के कुछ अधिकारी भ्रष्टाचार के चलते नहर का पानी बेच रहे हैं और पंजाब के किसानों को पानी देने की बजाय स्केप के माध्यम से घग्गर में फेंककर पानी राजस्थान भेजा जा रहा है। जो पूरी तरह से पंजाब के किसानों के साथ धक्का है, उन्होंने इसकी जांच कर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है। सूत्रों से पता चला कि अधिकारी खानापूर्ति के लिए कुछ समय के लिए लाडबंजारा रजबाहे में पूरा पानी छोड़ देते हैं, लेकिन उसके बाद सब गोलमोल हो जाता है, जिसकी जांच करनी जरूरी है। इस मौके पर चमकौर सिंह शादीहारी, चैना सिंह रायधराना, बूटा सिंह रायधराना, मदन सिंह रायधराना, गुरप्रीत सिंह चुराल, तरसेम सिंह बल्लर, राजविंदर सिंह बल्लर, भोला सिंह लेहल कलां, जगतार सिंह तारा जलूर और विभिन्न गांवों से सैकड़ों किसान मौजूद थे।
स्केप में 300 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है: किसान नेता
इस मौके पर पहुंचे किसान नेता बलवीर सिंह ने बताया कि नहरी विभाग के अधिकारी संगरूर जिले के किसानों के साथ पक्षपात कर रहे हैं। बोहा बुढलाडा में पानी देने के नाम पर स्केप को डेढ़ फीट खोल दिया जाता है और पानी घग्गर नदी के माध्यम से राजस्थान में चला जाता है लाडबंजारा रजबाहे में मात्र 100 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है।
वहीं स्केपों के माध्यम से 300 क्यूसेक पानी बर्बाद हो रहा है, ध्यान में लाने के बावजूद अधिकारी टस से मस नहीं हुए लाडबंजारा ड्रेन से जुड़े किसानों को पानी की जरूरत है। जरूरत नहीं होने पर क्षमता से अधिक पानी छोड़ कर रजबाहों को तोड़ दिया जाता है, जिसका कारण अधिकारियों का भ्रष्टाचार है, उन्होंने उक्त मामले की जांच कर दोषी अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है की मांग की गई है।
कहां है जवाबदेह और पारदर्शी प्रशासन, अधिकारी नहीं उठाते फोन
उक्त मामले पर जब नहरी विभाग के कुछ अधिकारियों से फोन पर बात करनी चाही तो किसी भी अधिकारी ने फोन उठाना मुनासिब नहीं समझा जबकि जनता को जवाबदेह व पारदर्शी प्रशासन देने के दावे व वादे का ढिंढोरा सरकार द्वारा खूब पीटा जाता है जिससे यह स्पष्ट है कि नहरी विभाग के अधिकारी सरकार के आदेशों को मानते नहीं, वहीं किसान नेताओं ने सरकार और विभाग के उच्च अधिकारियों से इस पर उचित कार्रवाई करने की मांग की है।
स्केप में पानी छोड़ने की जांच जारी, किसानों को मिलेगा पूरा नहरी पानी: विधायक गोयल
उक्त मामले पर विधायक गोयल ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि किसानों को नहरी पानी देने के मामले में किसी भी अधिकारी की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। लाडबंजारा रजबाहे में पानी न छोड़ कर घग्गर व अन्य स्थानों पर पानी छोड़ने के मामले की जांच चल रही है। दोषी पाए जाने पर अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश की आम आदमी पार्टी सरकार जनता की अपनी सरकार है और किसी को भी किसानों के हितों से खिलवाड़ करने की इजाजत नहीं दी जाएगी।
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