Edited By Vatika,Updated: 04 Mar, 2025 04:43 PM

आत्महत्याएं करने को मजबूर हो रहे हैं, जिससे यह मुद्दा गंभीर रूप धारण कर चुका है।
पंजाब डेस्क: भारतीय किसान यूनियन (खोसा) ने पंजाब में हाल ही में हुई भारी बारिश और गड़ेमारी के कारण किसानों की फसलों को हुए नुकसान पर चिंता जताई है। संगठन ने पंजाब सरकार से तुरंत प्रभावित इलाकों की गिरदावरी करवाने और 50,000 रुपए प्रति एकड़ मुआवजा देने की मांग की है। भारतीय किसान यूनियन (खोसा) के राष्ट्रीय प्रधान सुखजिंदर सिंह खोसा और प्रदेश प्रेस सचिव मंगल सिंह संधू शाह वाला ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि गेहूं, मटर और अन्य सब्जियों की फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है, लेकिन मुख्यमंत्री या कृषि मंत्री की ओर से कोई स्पष्ट बयान नहीं आया, जो कि दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि किसान पहले ही कर्ज के बोझ तले दबे हुए हैं और आत्महत्याएं करने को मजबूर हो रहे हैं, जिससे यह मुद्दा गंभीर रूप धारण कर चुका है।
सीनियर मीत प्रधान फतेह सिंह कोट करोड़ और प्रदेश मीत प्रधान जसवीर सिंह झामका ने भी सरकार से तुरंत प्रभावित जिलों की जांच करवाने और मुआवजा जारी करने की मांग की। उन्होंने कहा कि अगर सरकार ने किसानों की मांगों को गंभीरता से नहीं लिया, तो भारतीय किसान यूनियन (खोसा) अन्य किसान संगठनों के साथ मिलकर पंजाब सरकार के खिलाफ बड़ा संघर्ष शुरू करेगी।
इस संबंध में आयोजित बैठक में कुलविंदर सिंह रटोल (प्रदेश नेता), कृपाल सिंह छूछक (जिला प्रेस सचिव), बलराज सिंह सिद्धू (जिला कमेटी सदस्य), गुरु सिंह मलोके (ब्लॉक नेता), बलजिंदर सिंह संधू शाह वाला (ब्लॉक नेता), लखबीर सिंह संधू (लंबरदार, सलाहकार, ज़ीरा), कोरा सिंह संधू (ब्लॉक सदस्य), मनजिंदर सिंह संधू (सदस्य), डॉ. मनजीत सिंह मलोके, कुलदीप सिंह, मेजर सिंह मलोके सहित अन्य नेता और कार्यकर्त्ता मौजूद थे।