Edited By Suraj Thakur,Updated: 10 Nov, 2018 03:45 PM
सांझा अध्यापक मोर्चा की आज शनिवार को हुई बैठक में निर्णय लिया गया है कि वेतन कटौती के मसले का जब तक सरकार सुलझा नहीं देती है, तब तक उनका धरना जारी रहेगा। वेतन कटौती के फैसले के विरोध में सांझा अध्यापक मोर्चे द्वारा यहां प्रदेश सरकार के विरुद्ध...
पटियाला। सांझा अध्यापक मोर्चा की आज शनिवार को हुई बैठक में निर्णय लिया गया है कि वेतन कटौती के मसले का जब तक सरकार सुलझा नहीं देती है, तब तक उनका धरना जारी रहेगा। वेतन कटौती के फैसले के विरोध में सांझा अध्यापक मोर्चे द्वारा यहां प्रदेश सरकार के विरुद्ध जबरदस्त विरोध प्रदर्शन भी किया गया।
ये है पूरा मामला.....
इस अवसर पर अध्यापक नेताओं ने कहा कि प्रदेश सरकार 8886 अध्यापकों को शिक्षा विभाग में रेगुलर करने की बजाय उनको मौजूदा मिल रहे 42,800 रुपए के वेतन को घटा कर 15 हजार रुपए प्रतिमाह कर रही है। अध्यापकों की वेतन कटौती से उन्हें आर्थिक व पारिवारिक परेशानियों से गुजरना पड़ेगा। सांझा अध्यापक मोर्चा की 5 नवंबर को सीएम कैप्टन अमरेंद्र सिंह के साथ होने वाली बैठक रद्द होने से भी धरने पर बैठे हुए अध्यापक खासा नाराज चल रहे हैं। बताया जा रहा है कि सांझा अध्यापक मोर्चा की 23 अक्टूबर को सीएम के प्रधान सचिव सुरेश अरोड़ा व ओएसडी संदीप संधू के साथ बैठक हुई थी, जिसमें आश्वासन दिया गया था कि मोर्चे की सीएम के साथ पांच नवंबर को बैठक करवाई जाएगी।