Edited By Kamini,Updated: 09 May, 2024 06:43 PM
बुजुर्ग व विकलांग पिता काबल सिंह व मां कश्मीर कौर ने रोते हुए बताया कि मृतक गुरजंट के जमीन बेचकर दुबई के रास्ते दूसरे देश जाने की फिराक में था।
अमृतसर : कुछ दिन पहले ही विदेश गए तरनतारन के युवक की मौत होने की सूचना मिली है। खाड़ी देशों के अंदर फरिश्ते के रूप जाने जाते दुबई के प्रमुख व्यवसायी एवं 'सरबत दा भला' चैरिटेबल ट्रस्ट के संरक्षक डॉ. एस.पी. सिंह ओबराय के प्रयासों से 35 वर्षीय गुरजंट सिंह पुत्र काबल सिंह निवासी गांव नारला का शव को दुबई से गुरु रामदास अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे अमृतसर लाया गया। इस संबंध में जानकारी सांझा करते हुए डॉ. एसपी सिंह ओबराय ने बताया कि एक मासूम बच्चे का पिता गुरजंट भी अन्य युवाओं की तरह बेहतर भविष्य का सपना लेकर 21 मार्च को दुबई आए थे, लेकिन 10 दिन बाद ही 31 मार्च को उसकी मृत्यु हो गई।
इस घटना के संबंध में जब मृतक के वारिस अमृतसर टीम के माध्यम से उनसे मिले और उन्हें अपने साथ हुई इस घटना के बारे में बताया तो उन्होंने भारत से गुरजंट के रिश्तेदार गुरप्रीत सिंह को दुबई बुलाकर उसके मृतक की पहचान करने के बाद निजी सचिव बलदीप सिंह चाहल की देखरेख में सभी जरूरी कागजी कार्रवाई पूरी करने के बाद गुरजंत सिंह का शव आज भारत भेज दिया गया है। उन्होंने कहा कि गुरजंट के शव को भारत भेजने की जिम्मेदारी उनके एक रिश्तेदार ने निभाई। डॉ. ओबराय ने कहा कि ट्रस्ट गुरजंट सिंह की विधवा पत्नी को 1500 रुपए और विकलांग पिता को 1000 रुपए, कुल 2500 रुपए प्रति माह पेंशन दी है। बुजुर्ग व विकलांग पिता काबल सिंह व मां कश्मीर कौर ने रोते हुए बताया कि मृतक गुरजंट के जमीन बेचकर दुबई के रास्ते दूसरे देश जाने की फिराक में था।
अपने शहर की खबरें Whatsapp पर पढ़ने के लिए Click Here