Edited By Urmila,Updated: 30 Jul, 2025 11:46 AM

हाल ही में स्वच्छता सर्वेक्षण में बेहतर रैंकिंग मिलने से भले ही जालंधर नगर निगम को थोड़ी राहत मिली हो।
जालंधर (खुराना) : हाल ही में स्वच्छता सर्वेक्षण में बेहतर रैंकिंग मिलने से भले ही जालंधर नगर निगम को थोड़ी राहत मिली हो, परंतु शहर के तीन प्रमुख इलाकों होलसेल फिश मार्कीट, आदर्श नगर चौपाटी और विकासपुरी में खुले में बने कूड़े के विशाल डंप अब एक बार फिर सुर्खियों में आ गए हैं। स्थानीय निवासियों, दुकानदारों और सामाजिक संगठनों की ओर से इन डंपों को शिफ्ट करने की मांग ने जोर पकड़ लिया है और अब ये शिकायतें चंडीगढ़ तक पहुंच चुकी हैं।
इन इलाकों में रिहायशी कॉलोनियों, स्कूल‑कॉलेजों, दुकानों और रेहड़ी‑फड़ी वालों के पास बने इन कूड़े के डंपों से गंभीर स्वास्थ्य खतरे पैदा हो रहे हैं। बावजूद इसके, जिला प्रशासन, नगर निगम और स्वास्थ्य विभाग अब तक इन समस्याओं पर कोई ठोस कदम नहीं उठा सके हैं।
फिश मार्कीट के बीचों-बीच बन ही नहीं सकता डंप
जालंधर की होलसेल फिश मार्केट शायद पंजाब की एकमात्र ऐसी जगह है जहां दुकानों के बीचों‑बीच कूड़े का डंप मौजूद है। जबकि नियमानुसार, इस तरह के व्यापारिक और खाद्य पदार्थों की बिक्री वाले क्षेत्र में कूड़ा डंप करना पूरी तरह प्रतिबंधित है। यहां सेंट्रल विधानसभा क्षेत्र के कई वार्डों से हर दिन हजारों घरों का कूड़ा लाकर डंप किया जाता है। खुले में मछलियों की बिक्री और कूड़े के पास फैली गंदगी के कारण बैक्टीरिया और विषाणु बड़ी तेजी से फैल सकते हैं। इससे आम जनता के स्वास्थ्य पर गंभीर खतरा मंडरा रहा है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि गंदगी में पनपने वाले कीटाणु मक्खियों और मच्छरों के माध्यम से आसपास के पूरे क्षेत्र में फैल जाते हैं। आश्चर्यजनक है कि हेल्थ डिपार्टमैंट ने अब तक इस ओर कोई कार्यवाही नहीं की है।
आदर्श नगर चौपाटी में स्वाद के साथ बीमारी का भी डर
आदर्श नगर चौपाटी, जहां हर रोज़ सैकड़ों लोग स्ट्रीट फूड का आनंद लेने पहुंचते हैं, वहां से कुछ ही कदमों की दूरी पर बना कूड़े का विशाल डंप भी गंभीर चिंता का विषय बन चुका है। बदबू और गंदगी के कारण यहां बैठकर खाना तक मुश्किल हो गया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि बार-बार शिकायतों के बावजूद निगम कोई समाधान नहीं कर रहा। इस डंप से उठने वाली दुर्गंध और गंदगी से इन्फेक्शन फैलने का खतरा बना हुआ है।

धार्मिक और शैक्षणिक माहौल पर दाग है विकासपुरी डंप
विकासपुरी डंप शहर की एक ऐसी प्रमुख सड़क पर स्थित है, जहां से शक्तिपीठ देवी तालाब मंदिर और केएमवी कॉलेज जैसे प्रतिष्ठित स्थान भी बेहद नज़दीक हैं। यह मार्ग पठानकोट-जम्मू-कश्मीर की ओर जाने वाला मुख्य रास्ता भी है। क्षेत्र निवासी समाज सेवक सुमित कालिया का कहना है कि इस डंप की वजह से न केवल गंदगी फैली है, बल्कि शहर की छवि को भी नुकसान पहुंच रहा है। पास में कई स्कूल, बाजार और रिहायशी इलाके होने के बावजूद सफाई की कोई विशेष व्यवस्था नहीं की गई है।
लोगों में बढ़ रहा रोष, प्रशासन पर उठे सवाल
इन तीनों डंप स्थानों के निकट रहने वाले लोगों और नागरिकों में भारी नाराजगी है। लोगों का कहना है कि अगर समय रहते इन डंपों को नहीं हटाया गया और सफाई व्यवस्था को सुदृढ़ नहीं किया गया, तो ये क्षेत्र बीमारियों के अड्डे बन सकते हैं। लोगों का कहना है कि एक ओर जहां सरकार स्वच्छ भारत अभियान की बात करती है, वहीं दूसरी ओर जालंधर जैसे शहर के बीचों-बीच खुले में कूड़े के डंप स्वास्थ्य के लिए खतरा बन चुके हैं। अब समय आ गया है कि नगर निगम, जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग मिलकर ठोस कदम उठाएं और फिश मार्केट, आदर्श नगर चौपाटी और विकासपुरी के इन डंपों को किसी उपयुक्त स्थान पर स्थानांतरित करें, ताकि नागरिकों को एक स्वच्छ, सुरक्षित और स्वस्थ वातावरण मिल सके।
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