Edited By Mohit,Updated: 07 Mar, 2019 07:09 PM

मुख्यमंत्री पंजाब के शहर की स्थिति दिन प्रतिदिन विस्फोटक रूप धारण करती जा रही है। गत तीन दिनों से पानी वाली टैंकी पर चढ़े अध्यापकों को प्रशासन और पुलिस अभी तक नीचे उतारने के लिए अभी कामयाब नहीं थी हुई, उधर आज..........
पटियाला (जोसन): मुख्यमंत्री पंजाब के शहर की स्थिति दिन प्रतिदिन विस्फोटक रूप धारण करती जा रही है। गत तीन दिनों से पानी वाली टैंकी पर चढ़े अध्यापकों को प्रशासन और पुलिस अभी तक नीचे उतारने के लिए अभी कामयाब नहीं थी हुई, उधर आज पावरकाम मृतकों के आश्रित बस स्टैंड नजदीक पानी वाली टैंकी पर जाकर चढ़ गए हैं और नौकरियों की मांग कर रहे हैं, जिसके कारण स्थिति और भी गंभीर हो गई है।
बस स्टैंड बिजली निगम के कार्यालय के समक्ष टैंकी पर चढ़े इन मृतकों के आश्रितों का कहना है कि 2010 के बाद पावरकाम ने डैथ केसों में नौकरियां दे दी हैं और वह कर्मचारी रैगुलर भी हो गए हैं लेकिन 2010 से पहले कुछ मृतकों के आश्रितों को नौकरियां नहीं दी, जिसके कारण वे इधर-उधर घूम रहे है। इन आश्रितों नेताओं का कहना है कि हमारे साथ पावरकाम मैनेजमैंट बहुत बड़ा धक्का कर रही है। मैनेजमैंट का रोल एक होना चाहिए। उन्होंने बताया कि मैनेजमैंट किसी को नौकरी दे रही है लेकिन कुछ को छोड़ दिया हुआ है।

इन मृतकों के आश्रितों के पारिवारिक मैंबरों ने बताया कि यदि उनको पावरकाम नौकरी नहीं देती तो यह सभी टैंकी पर चढ़े नौजवान इसी तरह मर जाएंगे। इन नेताओं ने बताया कि जब पंजाब सरकार और सरकार का हर विभाग किसी भी कर्मचारी की मौत के बाद उसके वारिसों को नौकरी देता है तो पावरकाम को उनके साथ धक्का क्यों कर रहा है। इस मौके राजेश बातिश, गुरप्रीत सिंह, प्रदीप सिंह, लखविन्द्र सिंह और अन्य उपस्थित थे।