...आखिर 45 किलोमीटर दूर कैसे पहुंची स्वामी कृष्णानंद महाराज की गाड़ी

Edited By Updated: 04 Jun, 2016 11:22 AM

swami krishnananda missing

उत्तर भारत में गौ रक्षा को मजबूती के साथ लागू करवाने वाले राष्ट्रीय संत की ख्याती प्राप्त कर चुके स्वामी कृष्णानंद जी ..

नंगल(राजवीर): उत्तर भारत में गौ रक्षा को मजबूती के साथ लागू करवाने वाले राष्ट्रीय संत की ख्याती प्राप्त कर चुके स्वामी कृष्णानंद जी महाराज भूरीवाले के नंगल से संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हो जाने की घटना को लेकर संत समाज में रोष है। आज पुलिस प्रशासन ने भी इस मामले की जांच को लेकर अपनी मुहिम देर शाम तेज कर दी है। डी.आई.जी. रूपनगर रेंज, एस.एस.पी. व एस.पी. (डी) के अलावा कई सीनियर अधिकारियों ने घटना स्थल का दौरा कर मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच शुरू कर दी है।

 

नंगल से संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हुए स्वामी कृष्णानंद जी के मामले में आज सैंकड़ों की तादाद में उनके भक्त यहां पहुंचने शुरू हो गए। देर शाम तक राज्य मार्ग पर जाम के कारण वाहनों की लम्बी कतारें लग गईं। बड़ी तादाद में लोगों ने प्रदेश की अकाली-भाजपा सरकार के खिलाफ रोष व्यक्त करते हुए कहा कि स्वामी जी की ओर से पिछले 4 महीने से सुरक्षा मांगी जा रही थी जो उन्हें नहीं दी गई। इस मामले को लेकर बढ़ते तनाव को देखते हुए डी.आई.जी. रूपनगर गुरशरण सिंह संधू, एस.एस.पी. वरिंद्र पाल सिंह, एस.पी. (डी) हरमीत सिंह हुंदल, डी.एस.पी. संत सिंह धालीवाल व एस.डी.एम. अमरजीत सिंह बैंस ने घटना स्थल पर सारे मामले को गंभीरता से खंगाला।

 

बाकायदा प्रशासन की ओर से फॉरैंसिक लैब विशेषज्ञों की टीम के साथ-साथ डॉग स्क्वायड की जांच के अलावा गोताखोरों को भी नहर में उतारा गया जिन्होंने करीब 4 किलोमीटर तक नहर के गहरे पानी में अपनी जांच की लेकिन उन्हें कुछ नहीं मिला। स्वामी कृष्णानंद जी महाराज पंजाब के अलावा हरियाणा, राजस्थान व हिमाचल की कई गौशालाओं का संचालन करते आए हैं व बड़ी तादाद में संत समाज इनके साथ जुड़ा हुआ है। केंद्रीय स्तर के मंत्रियों के अलावा प्रदेश के मुख्यमंत्री भी उनके प्रयासों की सराहना कर चुके हैं।

नहर के किनारे लावारिस हालत में खड़ी गाड़ी थी लॉक

एक और खास पहलू जिसको लेकर यहां जांच की गई वह यह रहा कि उनकी महिंद्रा बोलैरो (नंबर पीबी 32 एस1540) नंगल में नहर के किनारे लावारिस हालत में तो खड़ी मिली जबकि इसे लॉक किया गया था जिसकी चाबी नहीं मिल पाई। बीनेवाल स्थित डेरे से करीब 45 किलोमीटर दूर गाड़ी यहां कैसे पहुंची इसके बारे में भी संशय है क्योंकि कृष्णानंद जी के बारे में यह भी कहा जा रहा है कि वह रात के समय नजर कमजोर होने के कारण अकेले गाड़ी नहीं चला सकते।

जांच के बाद आए कई तथ्य सामने

जांच के दौरान कई तथ्य सामने आए हैं जैसे कि स्वामी जी को देर सवेर कभी भी अगर कोई फोन कर यह कह देता था कि ‘गऊओं से भरा ट्रक तस्कर लेकर जा रहे हैं तो वह हर काम छोड़कर तुरंत चल पड़ते थे कि ‘तुम उसे रोको मैं पहुंच रहा हूं’ जिसे एक मजबूत आधार बनाकर जांच एजैंसी ने अपना काम शुरू किया है। देर रात तक मुख्य मार्ग पर संत कृष्णानंद जी के लापता हो जाने की जानकारी मिलते ही नवल जी आश्रम के प्रमुख स्वामी बसंत जी महाराज के साथ-साथ संत बाबा बाल जी महाराज आदि भी मौके पर पहुंचे।

संगठनों में रोष, तुरंत सच्चाई सामने लाई जाए

राष्ट्रीय संत कृष्णानंद जी महाराज के लापता हो जाने की घटना को लेकर बड़ी तादाद में समाज सेवक, धार्मिक व राजनीतिक संगठनों में रोष व्याप्त है। इस मामले में इन संगठनों से जुड़े लोगों का कहना है कि अगर जल्द से जल्द सच्चाई सामने न आई तो जोरदार रोष प्रदर्शन कर अपनी बात प्रदेश सरकार तक पहुंचाई जाएगी।

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