Edited By Kalash,Updated: 16 Oct, 2024 02:43 PM
जिले की मंडियों में धान की फसल को लेकर व्यवस्था पुरी तरह से बिगड़ चुकी है। मंडियों में धान की फसल को रखने के लिए कोई जगह नही बची है।
नवांशहर (मनोरंजन): जिले की मंडियों में धान की फसल को लेकर व्यवस्था पुरी तरह से बिगड़ चुकी है। मंडियों में धान की फसल को रखने के लिए कोई जगह नही बची है। जिले के आला अधिकारियों के खिलाफ किसान आढ़तियों ने भारी रोष है। धान डालने के लिए मंडियों में ट्रैक्टर ट्रालियों की लंबी लाइने लग रही है।
ट्रैक्टर पर बैठ किसान अपनी बारी का इंतजार करते रहते है। धान के लिए मंडियों में जगह मिल जाए, इसके लिए किसान रात के समय भी धान मंडियों में लेकर पहुंच रहे है। लिफ्टिंग न होने के कारण किसानों को मजबूरी में मंडी की सड़़कों पर उतारना पड़ रहा है।
पूरी तरह टैक्टरों की गूंज मंडियों में सुनाई देती है। किसान यही ट्रैक्टर पर ही अपनी नींद पूरी कर रहे है। किसान हरविंदर सिंह, मक्खन सिंह, मेजर सिंह का कहना है कि दिन रात मेहनत कर अपनी फसल को तैयार करता है। उन्होंने कहा कि सरकार व प्रशासन को इस दिशा में संज्ञान लेना चाहिए। बाक्स जिले के सभी 58 शैलर पूरी तरह से पड़े है बंद- संदीप जैन
शैलर मालिको की यूनियन के प्रधान संदीप जैन का कहना है कि इस समय जिले के सभी 58 शैलर पूरी तरह से बंद पड़े है। किसी भी शैलर ने धान के लिए कोई एग्रीमेट नही किया है। अभी तक जिले के शैलरो में धान का एक भी दाना नही पहुंचा है। उन्होने कहा कि एजेसियों के गोदाम पूरी तरह धान से फुल है। धान रखने के लिए कोई जगह नही बची है। पंजाब व केंद्र सरकार को धान की फसल के लिए पहले से ही कोई पालिसी बनानी चाहिए थी। यदि कोई पालिसी बनी होती तो ऐसे हालात पैदा न होते।
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