Edited By Subhash Kapoor,Updated: 17 Feb, 2025 08:22 PM
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पंचकुला में रेडियो उडान द्वारा दृष्टिहीन और कम दृष्टि वाले लोगों के लिए पहला राष्ट्रीय सोलो फैशन शो का आयोजन किया गया। इस शो में पुरुष और महिला श्रेणी के दृष्टिहीन और कम दृष्टि वाले मॉडल्स ने हिस्सा लिया।
पंजाब डैस्क : पंचकुला में रेडियो उडान द्वारा दृष्टिहीन और कम दृष्टि वाले लोगों के लिए पहला राष्ट्रीय सोलो फैशन शो का आयोजन किया गया। इस शो में पुरुष और महिला श्रेणी के दृष्टिहीन और कम दृष्टि वाले मॉडल्स ने हिस्सा लिया। इस फैशन शो में नवीनतम डिज़ाइनर कलेक्शंस दिखाए गए, जो विशेष रूप से दृष्टिहीन लोगों के लिए तैयार किए गए थे। इस शो में खास बात यह देखने को मिली कि इस दौरान रैंप पर बिना किसी सहारे के ये दृष्टिहीन लोग ने रैंपवाक करते दिखे।
इस अवसर पर एक नाटक "इंतजार" भी मंचित किया गया, जिसे राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता, दानिश महाजन ने निर्देशित और लिखा था, जो रेडियो चैनल के संस्थापक भी हैं। दानिश महाजन ने कहा, “आज के युग में हर कोई आत्मविश्वासी और आकर्षक दिखना चाहता है। 'पर्पल रनवे ऑफ ड्रीम्स—ए फैशन फीट' एक नया प्रयास है, जो विशेष रूप से दृष्टिहीन युवाओं के लिए डिज़ाइन किया गया है।
आयोजक, ज्योति मलिक, जो स्वयं दृष्टिहीन हैं, ने कहा, "ऐसे आयोजन को सफल बनाने में कई चुनौतियाँ आईं, जैसे धनराशि जुटाना, स्टेकहोल्डर्स के साथ समन्वय करना आदि। इसके अलावा, प्रायोजकों को इस घटना के महत्व के बारे में जागरूक करना और उन्हें समझाना भी एक चुनौती थी। इन सभी चुनौतियों के बावजूद, हमारी टीम की मेहनत, हमारे भागीदारों का समर्थन और हमारे उद्देश्य में विश्वास ने इन रुकावटों को अवसरों में बदल दिया।"
शो में कम दृष्टि की श्रेणी में स्वाती सिंघला विजयी रही, जबकि आरती मानमोडे रनरअप रही। इसी तरह पूर्ण दृष्टि की श्रेणी में बुद्धा लाम विजेता रहे और रनर-अप डॉ. हितेश प्रसाद रहे। कम दृष्टि मेघा गुप्ता विजयी, जबकि क्रातिका शर्मा रनरअप रही। पूर्ण दृष्टिहीन पुरुष श्रेणी में देवराजू जी विजेता रहे, जबकि मनिंदर सिंह रनरअप रहे।
रेडियो की निदेशक मीनल सिंहवी ने कहा, “इस आयोजन के माध्यम से हम यह संदेश देना चाहते हैं कि हम भी ग्लैमरस और आत्मविश्वासी व्यक्तित्व रखते हैं। दृष्टिहीन व्यक्तियों के लिए सामाजिकरण एक चुनौती रहा है, और हम इस मिथक को तोड़ने का प्रयास कर रहे हैं, जिससे यह दिखाया जा सके कि दिव्यांगजन फैशन और सामाजिक क्षेत्रों में भी चमक सकते हैं।”
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