Edited By swetha,Updated: 24 Mar, 2019 08:37 AM
11 मार्च शाम 4.30 बजे घर से जरूरी काम का कहकर पैदल गए 30 वर्षीय व्यक्ति को रात 9.30 बजे जब उसके भाई ने फोन किया तो उसने खाना बनाकर रखने और 5 मिनट में लौटने की बात कही जिसके बाद उसका मोबाइल स्विच ऑफ हो गया।
लुधियाना(ऋषि):घर से जरूरी काम का कहकर पैदल गए 30 वर्षीय व्यक्ति का शव पुलिस ने बरामद किया है। ए.सी.पी. मनदीप सिंह ने बताया कि मृतक की पहचान जरी लाल (30) के रूप में हुई है। पुलिस को दिए बयान में उसके भाई कुंदन कुमार ने बताया कि वे मूल रूप से बिहार के रहने वाले हैं और डाक्टर अम्बेदकर नगर में किराए के मकान में एक साथ रहते थे। जरी लाल विकलांग था और हमेशा काम पर पैदल जाता था जो ग्लास डैकोरेटर (शीशे पर मीनाकारी करने का कारीगर) था। वह 14 मार्च को घर से काम पर जाने का कहकर गया था और वापस नहीं आया। पुलिस के अनुसार गुरमीत सिंह नामक व्यक्ति के खेतों में उसका शव पड़ा था।
पहचान मिटाने का किया गया प्रयास, कपड़ों से हुई शिनाख्त
पुलिस के अनुसार मृतक की पहचान मिटाने का प्रयास किया गया था। आशंका जताई जा रही है कि चेहरे पर तेजाब डाला गया है। जब कुछ दिनों में गुम हुए व्यक्तियों की लिस्ट मंगवाई गई तो उसके परिजनों ने कपड़ों और जूतों से उसकी पहचान कर ली।
7 बजे कपड़े की दुकान पर मिला दोस्त
पुलिस के अनुसार अब तक की जांच में सामने आया है कि उस दिन घर से निकलने के बाद शाम 6 बजे मृतक मोहल्ले की एक महिला से मिला जिसके बाद 7 बजे कपड़े की दुकान पर सामान खरीदते समय एक दोस्त ने भी देखा। उसके बाद वह हेयर डै्रसर के पास भी गया जिसके बाद उसे किसी ने नहीं देखा।
मृतक ने करवाई थी दूसरी शादी
पुलिस के अनुसार मृतक का पहली पत्नी से 2 बच्चे थे लेकिन उसकी मौत हो गई जिसके 1 वर्ष बाद उसने दूसरी शादी करवा ली और 2 वर्षों से दूसरी पत्नी भी गांव में ही रह रही थी और वह अकेला भाइयों के साथ रहता था।