Edited By Sunita sarangal,Updated: 11 Nov, 2019 01:12 PM
कहा-पाकिस्तान अगर शांति को बढ़ावा दे तो दोनों देशों के मध्य व्यापारिक रिश्ते मजबूत होंगे
जालन्धर(धवन): पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने कहा कि श्री करतारपुर साहिब कॉरीडोर खुलना सौभाग्य की बात है, परन्तु इसके साथ ही पाकिस्तान पर नजर रखना भी जरूरी है। उन्होंने पत्रकारों से कहा कि श्री गुरु नानक देव जी की पंजाब पर मेहरबानी हुई है, जिसकी बदौलत उनके 550वें प्रकाश पर्व पर श्री करतारपुर कॉरीडोर खोला गया व साथ ही श्री करतारपुर साहिब स्थित श्री दरबार साहिब के खुले दर्शन-दीदार का पंजाबियों को मौका मिल सका है।
जब उनसे पूछा गया कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने पाकिस्तान की खुफिया एजैंसी आई.एस.आई. पर करतारपुर कॉरीडोर के माध्यम से पंजाब में गड़बड़ करवाने की आशंका जाहिर की है तब उन्होंने कहा कि चाहे श्री करतारपुर कॉरीडोर को खोल दिया गया है परन्तु भारत को इस बात का ध्यान रखना है कि पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान को पाकिस्तानी सेना रिमोट कंट्रोल से चला रही है। इमरान खान अपनी इच्छानुसार कुछ भी नहीं कर सकते हैं। पाकिस्तान की खुफिया एजैंसी आई.एस.आई. पंजाब में गड़बड़ करवाने से बाज नहीं आ सकती है। आई.एस.आई. अनेकों वर्षों से ऐसा करती आ रही है।
जाखड़ से जब पूछा गया कि पूर्व मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने कल श्री करतारपुर साहिब कॉरीडोर से पाकिस्तान जाते समय मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह से बातचीत नहीं की थी तो उन्होंने कहा कि वह भी उस समय कैप्टन अमरेन्द्र सिंह से मुलाकात नहीं कर सके थे क्योंकि उस समय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ कैप्टन अमरेन्द्र सिंह मौजूद थे और उसके बाद वह कांग्रेसी सांसदों व विधायकों के साथ पाक स्थित श्री करतारपुर साहिब गुरुद्वारे के दर्शनों के लिए चले गए थे।
उन्होंने कहा कि अब करतारपुर कॉरीडोर तो पंजाबियों के लिए खुल गया है लेकिन वह यह चाहते हैं कि पाकिस्तान भारत के अंदरूनी मामलों में दखलअंदाजी बिल्कुल बंद कर दे। वह चाहेंगे कि पंजाब से पाकिस्तान के लिए व्यापार का रास्ता भी अब आने वाले दिनों में खुल जाएगा। भारत व पाकिस्तान के मध्य अगर आपसी संबंध अच्छे होते हैं तो उस स्थिति में पंजाब को काफी लाभ मिल सकता है। पंजाब से कृषि व अन्य वस्तुओं का निर्यात पाकिस्तान को शुरू हो सकता है। अगर पाकिस्तान शांति को बढ़ावा देता है तो उस स्थिति में दोनों देशों के मध्य व्यापारिक रिश्ते और मजबूत हो सकते हैं, जिससे दोनों देशों को लाभ होगा।