Haryana New Speaker:...तो इसलिए हरविंदर कल्याण को दिया गया विधानसभा अध्यक्ष का पद, BJP ने इसलिए दिया मौका

Edited By Isha,Updated: 25 Oct, 2024 05:50 PM

harvinder kalyan was given the post of assembly speaker

हरियाणा विधानसभा स्पीकर के गौरवमयी व गरिमामयी पद पर इस बार बेहद सौम्य, बहु मधुभाषी और स्वभाव में बेहद मिलनसार व्यक्ति हरविंदर कल्याण विराजमान किए गए हैं। कभी किसी विरोधी के खिलाफ भी कड़ी और विवादित टिप्पणी न करने वाले कल्याण की जीवन शैली सदा से ही '

चंडीगढ़(चंद्रशेखर धरणी): हरियाणा विधानसभा स्पीकर के गौरवमयी व गरिमामयी पद पर इस बार बेहद सौम्य, बहु मधुभाषी और स्वभाव में बेहद मिलनसार व्यक्ति हरविंदर कल्याण विराजमान किए गए हैं। कभी किसी विरोधी के खिलाफ भी कड़ी और विवादित टिप्पणी न करने वाले कल्याण की जीवन शैली सदा से ही 'ना काहू से बैर वाली' की रही है। उनका यह स्वभाव सदा से मित्रों -कार्यकर्ताओं को ही नहीं विरोधियों को भी प्रभावित करता रहा है, जिस कारण ही उन्होंने अपने विधानसभा क्षेत्र घरौंडा से तीसरी बार विजयश्री हासिल की है।

उनकी इसी कला के मुरीद न केवल आम जनमानस बल्कि प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर भी रह चुके हैं और नए मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के भी वह काफी नजदीकी विधायकों में से एक है। भारतीय जनता पार्टी द्वारा स्पीकर पद के लिए हरविंदर कल्याण के रूप में चयन एक सर्वश्रेष्ठ कूटनीति और सोच का उदाहरण भी है।

क्योंकि कल्याण की कार्यशेली सदा से ही बेहद कल्याणकारी तथा मेलजोल वाली रही है। उनके पूरे राजनीतिक सफर में उनके मुंह से विरोधी या किसी राजनीतिक दल के खिलाफ कोई गलत लब्ज या कड़ा कटाक्ष नहीं सुना गया बल्कि चुनाव में उनकी प्राथमिकता केवल  पार्टी की उपलब्धियां व विकास के लिए अपने प्रयासों को गिनवाना ही दिखता रहा। जिसके फलस्वरुप सदन में विधानसभा स्पीकर के तौर पर उनकी उपस्थित बेहद संतुलन भरी होगी और विरोधी भी काफी हद तक उनसे सहमत नजर आएंगे और सदन की कार्रवाई अच्छे से चल पाएगी।


 कल्याण को व्यवहार कुशल होने पर मिला स्पीकर पद 

अब अगर कल्याण की उपलब्धियों की बात करें तो सबसे पहले वह रोड समाज से हैं। जिसे मंत्रिमंडल में अब तक स्थान नहीं दिया गया था। जबकि 2024 के इन चुनावों में रोड समाज ने भाजपा में सबसे अधिक विश्वास जताया और रोड समाज पर हरविंदर कल्याण की बहुत मजबूत पकड़ है और उनका स्पीकर के पद पर सुशोभित होना पूरे रोड समाज के सर पर रखे गए ताज जैसा होगा। साथ ही करनाल जिले ने इस बार सभी अपनी पांच विधानसभा सीटें भाजपा की झोली में डाली, लेकिन करनाल जिले को अब तक मंत्री पद के रूप में प्रतिनिधित्व नहीं मिल पाया। घरौंडा विधानसभा से जीते हरविंद्र कल्याण के स्पीकर बन जाने से यह गलत संदेश भी पूरी तरह से समाप्त हो गया।

साथ ही साथ अब तक हरविंदर कल्याण को भाजपा संगठन ने जब-जब जो जो जिम्मेदारी सौंपी उसका शत प्रतिशत रिजल्ट भाजपा को मिला। कई प्रदेशों में चुनावी प्रचार व अन्य संगठनात्मक जिम्मेदारियों का निर्वहन जिस प्रकार से कल्याण ने करके दिखाया वह पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल- मौजूदा मुख्यमंत्री नायब सिंह व केंद्रीय नेतृत्व पर काफी प्रभाव छोड़कर गया। जिसके इनाम के रूप में स्पीकर का पद कल्याण को मिला माना जा रहा है।

विधानसभा की कई कमेटियों में बखूबी कार्यशैली दिखा चुके हैं कल्याण

हरविंदर कल्याण के द्वारा 2015 से 2019 तक हैफेड अध्यक्ष के रूप में निभाई गई जिम्मेदारी किसी से छुपी नहीं है। विधानसभा की पब्लिक अकाउंट कमेटी (पीएसी) जैसी महत्वपूर्ण कमेटी के अध्यक्ष के रूप में 2019 से 2023 तक उनके द्वारा निभाई गई जिम्मेदारी उनकी काबिलियत को दर्शाने और साबित करने के लिए काफी है। साथ ही वह दो बार एस्टिमेट्स कमेंटी के भी अध्यक्ष रहे हैं। पब्लिक अंडरटेकिंग कमेटी (पीयूसी) के भी वह अध्यक्ष रह चुके हैं और हर मौके पर उन्होंने अपने को साबित किया है। लगातार तीन बार जीत दर्ज कर भाजपा की हैट्रिक में बड़े सहयोगी बनने वाले कल्याण ने जनता के कल्याण में भी कभी कसर नहीं छोड़ी। हाल ही में भाजपा के लोकसभा उम्मीदवार मनोहर लाल के चुनाव के हर कदम पर कल्याण को साथ में देखा गया और सभी 9 विधानसभा क्षेत्र में एक बड़ी लीड मनोहर लाल को प्राप्त हुई जिसका श्रेय भी कहीं ना कहीं कल्याण को जाता है। क्योंकि पूरा का पूरा रोड समाज एक तरफ हरविंदर कल्याण के चेहरे को देख मनोहर लाल के पक्ष में खड़ा नजर आया। उनके यारों के यार वाली कला किसी से छुपी नहीं है। जिस कारण से इस पद के लिए वह सब पर भारी पड़ते दिखे। 

युवा दौर में भी काफी सक्रिय राजनीति रही है कल्याण की

अपने युवा दौर से राजनीति की शुरुआत करने वाले कल्याण ने कांग्रेस के लिए भी कुछ समय तक काम किया। लेकिन कांग्रेस की युवा शाखा की गतिविधियों को देख वह ज्यादा समय तक कांग्रेस में नहीं टिक पाए और बीएसपी बहुजन समाज पार्टी का दामन थाम लिया। बीएसपी ने उन्हें 2009 में टिकट दी लेकिन वह चुनाव नहीं जीत पाए। लेकिन 2014 में भाजपा की नीतियों में विश्वास तथा अपने विचारों का भाजपा से मिलान देख वह बीएसपी को छोड़ बीजेपी में शामिल हो गए और 2014-2019 और 2024 में लगातार भाजपा की टिकट पर विरोधियों को पीएसटी करते आए।


कई दिनों तक कल्याण रहे थे तटबंधों पर

राजनीति में समर्पण व वफादारी का दूसरा नाम हरविंदर कल्याण कहा जा सकता है। भाजपा की नीतियों व सिद्धांतों के प्रति पूर्णतय समर्पित कल्याण पूर्व मुख्यमंत्री एवं वर्तमान में केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल के अत्यंत विश्वसनीय- भरोसेमंद व्यक्ति हैं। करनाल लोकसभा से मनोहर लाल खट्टर के चुनाव में कल्याण को महत्वपूर्ण जिम्मेदारी संयोजक के रूप में दी गई। उपचुनाव लड़ रहे नायब सिंह सैनी के चुनाव में भी कल्याण की अहम जिम्मेदारी रही। मनोहर लाल के चुनाव के सारथी बनकर पुरी लोकसभा के अंदर शत प्रतिशत सार्थक परिणाम भी दिए। क्षेत्र की जनता के  दुख सुख के साथी हरविंदर कल्याण की कार्य प्रणाली के मुरीद लोग इसलिए भी हैं क्योंकि 2 साल पहले घरौंडा के आसपास से निकलने वाली यमुना और नेहरो द्वारा अपने बांध तोड़कर पानी गांव में घुस रहा था तो उस वक्त हरविंद्र कल्याण तटबंधों पर बैठकर रातों को वहीं रहकर प्रशासनिक अधिकारियों को वहीं पर मुस्तैद रखकर कई गांवों को बचाने में सफल रहे थे। इन्हीं तटबंधों पर बैठकर सुबह का नाश्ता दोपहर का भोजन और रात्रि भोज कर कई दिन तक वही रहे। हरविंदर कल्याण ने किया था। उनकी उपस्थिति के कारण ही प्रशासनिक अधिकारियों को भी मजबूरी में वहीं पर डेरे लगाने पड़े।

 

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