Edited By Kalash,Updated: 17 Oct, 2024 06:32 PM
पराली जलाने वाले किसानों के चालान करने के साथ-साथ एफ.आई.आर भी दर्ज की जा रही हैं
गुरदासपुर (हरमन): जिला प्रशासन गुरदासपुर की तरफ से पराली को आग लगाए जाने से रोकने के लिए जहां बड़े स्तर पर गांव-गांव जाकर जागरूकता मुहिम चलाई जा रही है, वहीं पराली जालने वाले किसानों के चालान करने के साथ-साथ एफ.आई.आर भी दर्ज की जा रही हैं।
डिप्टी कमिश्नर उमा शंकर गुप्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि पराली न जलाने के लिए जहां किसानों को जागरूक किया जा रहा है। वहीं माननीय सुप्रीम कोर्ट और माननीय ग्रीन ट्रिब्यूनल की तरफ से जारी हिदायतों के पालन को भी सख्ती से लागू किया जा रहा है। इसके चलते पराली को आग लगने के मामलों में सख्त कार्रावाही करते हुए गांव विला तेजा के 1 किसान विरुद्ध पुलिस थाना फतेहगढ़ चूड़ियां में, गांव रंगड़ नंगल के 1 किसान के विरुद्ध पुलिस थाना रंगड़ नंगल में, गांव धीर और मरड़ के 1-1 किसानों के विरुद्ध पुलिस थाना सदर में, गांव सारचूर के 1 किसान, गांव मानसैंडवाल के 2 किसान, गांव खहरां कलां के 1 किसान और गांव जांगला के 1 किसान के विरुद्ध पुलिस थाना घणीए-के-बांगर में एफ.आई.आर. दर्ज की गई है।
डिप्टी कमिश्नर ने आगे बताया कि किसानों को पराली जलाने के बुरे प्रभावों के बारे में जागरूक करने के लिए गांव-गांव जा कर किसानों को अवगत करवाया गया है और पराली प्रबंधन के लिए जिले में अपेक्षित खेती मशीनरी उपलब्ध है और उसका प्रयोग करने के लिए प्रेरित किया गया है और लगातार यह मुहिम चलाई जा रही है। डिप्टी कमिश्नर ने आगे बताया कि जिला प्रशासन के उच्च अधिकारियों की तरफ से रोजाना गांवों में जा कर किसानों को सब्सिडी पर मिली मशीनरी की सही प्रयोग करके पराली का खेतों में ही निपटारा करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। गांवों में पराली की संभाल के लिए बेलर उपलब्ध करवाए गए हैं जिससे पराली की गट्ठें बनाकर बाइलर युनिट में ईंधन के रुप में इस्तेमाल किया जा सके। डिप्टी कमिश्नर ने किसानों से अपील की कि वह पंजाब सरकार की तरफ से सब्सिडी पर दी मशीनरी का सही इस्तेमाल करते हुए पराली को जलाने की जगह खेतों में निपटारा करें जिससे न केवल जमीन की सेहत में सुधार होगा बल्कि वातावरण संभाल में भी मदद मिलेगी।
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