Edited By Vaneet,Updated: 23 Jan, 2020 02:46 PM
प्रशासन के तमाम दावों के बावजूद शहर में चाइना डोर की बिक्री का सिलसिला जारी है....
अमृतसर(सोनी) : प्रशासन के तमाम दावों के बावजूद शहर में चाइना डोर की बिक्री का सिलसिला जारी है और शहर के लोग इससे जख्मी होकर अस्पतालों में पहुंचने लगे हैं। यह समस्या बढ़ती जा रही है। हालांकि कानूनी प्रतिबंधों और विक्रेताओं पर छापामारी के बावजूद डोर बिक भी रही है और इसके प्रयोग का रुझान भी कम नहीं हो रहा है। बीते दिनों सोशल एक्टीविस्ट गुरमेज सिंह संधू के 75 वर्षीय बुजुर्ग पिता गुरमेज सिंह संधू अपने घर से बाजार स्कूटर पर जा रहे थे कि अचानक सामने से चाइना डोर चेहरे से टकराई। जब तक वे समझते, चाइना डोर उनके नाक का आधा हिस्सा काट चुकी थी।
खून से लथपथ बुजुर्ग को राहगीरों ने संभाला और उनके घर सूचना दी। तत्काल उन्हें अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उनकी 3 सर्जरियां हो चुकी हैं। प्रश्न उठता है कि क्या प्रतिबंधों अथवा छापामारियों से इस घातक डोर के प्रयोग पर विराम लगेगा, इसका जवाब है हॢगज नहीं। अत: समाज को समवेत हो व्यापक जनहित में इसका बहिष्कार कर पुरानी धागों वाली डोर को अपनाना होगा, अन्यथा इसी तरह लोग जख्मी होते या मारे जाते रहेंगे। लोगों को संकल्प लेना होगा कि न चाइना डोर का प्रयोग करेंगे और न अपने परिवार के किसी सदस्य को करने देंगे।