नगर निगम चुनावः भाजपा ने अकाली दल से उधार लिए 4 उम्मीदवार

Edited By Punjab Kesari,Updated: 16 Feb, 2018 04:15 PM

ludhiana municipal corporation election

जैसा कि पंजाब केसरी ने पहले ही साफ कर दिया था कि सभी 95 सीटों से टिकटों के लिए आवेदन मांगने के बावजूद भाजपा के पास अकाली दल के साथ गठजोड़ के तहत अपने हिस्से आते वार्डों में उम्मीदवार पूरे नहीं हो रहे, उस खबर पर अब भाजपा के सारे उम्मीदवारों का  ऐलान...

लुधियाना(हितेश): जैसा कि पंजाब केसरी ने पहले ही साफ कर दिया था कि सभी 95 सीटों से टिकटों के लिए आवेदन मांगने के बावजूद भाजपा के पास अकाली दल के साथ गठजोड़ के तहत अपने हिस्से आते वार्डों में उम्मीदवार पूरे नहीं हो रहे, उस खबर पर अब भाजपा के सारे उम्मीदवारों का  ऐलान होने के बाद मोहर लग गई है जिसके तहत भाजपा ने 4 उम्मीदवार अकाली दल से उधार लिए हैं।

 जिसमें सबसे प्रमुख नाम गुरमेल मैडीकल के भूपेन्द्र सिंह का है, जिनके घर बादल आकर रुकते हैं और उनके परिवार के मैंबर्स अकाली दल के पदाधिकारी भी हैं।  इसके अलावा वाल्मीकि समाज के नेता चौधरी यशपाल भी अकाली दल के पदाधिकारी हैं और मोहित चौहान का परिवार खुले तौर पर अकाली दल के साथ अटैच रहा है। मंदीप भनोट भी अकाली दल के सर्किल प्रधान रह चुके हैं। 

मौजूदा कौंसलर की टिकट काटने में भाजपा ने बनाया रिकार्ड, 2 ने फूंका आजाद चुनाव लडने का बिगुल 
मौजूदा पार्षद की टिकट काटने के मामले में भी भाजपा ने रिकार्ड बनाया है, जिसके तहत पहली लिस्ट में सीनियर डिप्टी मेयर सुनीता अग्रवाल के अलावा सुमित मल्होत्रा व मिंटू शर्मा की टिकट काट दी गई थी जिनमें से सुनीता अग्रवाल की तरफ से विदेश जाने के कारण चुनाव न लडऩे का हवाला दिया जा रहा है।

मिंटू शर्मा ने अपने समर्थकों के साथ शक्ति प्रदर्शन करके पार्टी को टिकट बदलने का अल्टीमेटम दे दिया है, उनके आजाद चुनाव लडऩे की चर्चा भी सुनने को मिल रही है। इसके बावजूद अगली लिस्ट में भाजपा ने दो और मौजूदा पार्षद राधेश्याम व गीता देवी की टिकट काट दी है जिनमें से राधेश्याम द्वारा लीडरों पर गंभीर आरोप लगाते हुए भाजपा के खिलाफ पुतला फूंक प्रदर्शन करके आजाद चुनाव लडऩे का ऐलान कर दिया गया है।  

बहू को टिकट, ससुर के खिलाफ उम्मीदवार नहीं खड़ा करेगी भाजपा
भाजपा में ऐसा शायद पहली बार होने जा रहा है कि एक वार्ड से बहू को टिकट दी गई है, जबकि आजाद लड़ रहे उसके ससुर के खिलाफ पार्टी का उम्मीदवार नहीं होगा। यह मामला मौजूदा पार्षद जसबीर जस्सा से जुड़ा है। वह पहले जिस वार्ड से आजाद तौर पर जीते थे, उस वार्ड से अब उनकी बहू को टिकट दी गई है। जबकि जस्सा जिस वार्ड से आजाद खड़े होने जा रहे हैं वहां उनके खिलाफ भाजपा अपना उम्मीदवार खड़ा नहीं करेगी। ऐसा नजारा अब से पहले एक बार कांग्रेस में उस समय देखने को मिला था, जब भारत भूषण आशु को नगर निगम चुनाव में कांग्रेस की टिकट मिली थी और उनकी पत्नी आजाद चुनाव लड़कर जीती थी।  

तीनों प्रमुख पार्टियों ने एक परिवार में दी 2 टिकटें
सियासी पार्टियां भले ही एक-दूसरे पर परिवारवाद को बढ़ावा देने का आरोप लगाती हैं, लेकिन हमाम में सब नंगे हैं जिसका सबूत नगर निगम चुनाव में देखने को मिल रहा है, जिसके तहत तीनों ही प्रमुख सियासी पार्टियों ने एक परिवार में 2 टिकटें दे दी हैं। इनमें मौजूदा पार्षद में से विधायक भारत भूषण आशु की पत्नी व भाई एक बार फिर से चुनाव लडऩे जा रहे हैं। जबकि मौजूदा पार्षद बलकार संधू के साथ उनकी पत्नी को भी टिकट मिल गई है, जो पहले उस एरिया से पार्षद रह चुकी हैं। 

इसके अलावा अकाली दल के जिला प्रधान रणजीत ढिल्लों की मौजूदा पार्षद पत्नी तो एक बार फिर से चुनाव लड़ ही रही हैं, उनके भतीजे को भी साथ लगते वार्ड से अकाली दल की टिकट दे दी गई है।  अगर जसबीर जस्सा के मामले को साथ जोड़ लिया जाए तो भाजपा भी एक परिवार में 2 टिकट देने की कैटेगरी में शामिल हो गई है। 

अकाली दल ने बदली 2 टिकटें, गोगा की छुट्टी, आखिर पूर्व मेयर को मिला मौका
नगर निगम चुनावों के लिए सबसे पहले टिकटों का ऐलान करने के बाद अब टिकटें बदलने का रिकार्ड भी अकाली दल के नाम हो गया है जिसके तहत दो जगह पहले दी हुई टिकटें बदल दी गई हैं। इसकी मुख्य वजह पूर्व मेयर हरचरण सिंह गोलवडिय़ा बने हैं जिनके द्वारा वार्ड नं. 44 से टिकट की मांग की जा रही थी। लेकिन वहां बिक्रम मजीठिया के दबाव में मीतपाल दुगरी को टिकट मिल गई जिससे नाराज होकर पूर्व विधायक प्रेम मित्तल ने बैंस ग्रुप ज्वाइन कर लिया और गोलवडिया ने आजाद चुनाव लडऩे की चेतावनी दे दी क्योंकि जिस वार्ड नं. 41 से वह पहले पार्षद थे, वो लेडीज रिजर्व होने के कारण वहां से पूर्व पार्षद सोहन सिंह गोगा को टिकट दे दी गई थी।

लेकिन मेयर की नाराजगी के चलते गोगा को साथ लगते वार्ड में शिफ्ट होने की पेशकश की गई। लेकिन गोगा इससे सहमत नहीं हुए तो उनकी टिकट काटकर पूर्व मेयर की पत्नी को दे दी गई और जिस वार्ड से गोगा को पेशकश की जा रही थी, वहां से बैंस का साथ छोड़कर आए रंजीत सिंह उभी को टिकट दे दी गई है। इसके अलावा अकाली दल ने वार्ड नं. 88 से दीपक शर्मा को दी हुई टिकट बदलकर भाजपा के मंडल प्रधान हरीश अरोड़ा को दे दी है जिनकी पिछले दिनों इस इलाके के कांगे्रसी उम्मीदवार को समर्थन देने की फोटो वायरल हुई थी।
 

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