Edited By Kamini,Updated: 15 Mar, 2024 07:43 PM
पंजाब विजिलैंस ब्यूरो ने सेवामुक्त सिविल सर्जन रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया है।
पंजाब डेस्क : पंजाब विजिलैंस ब्यूरो ने सेवामुक्त सिविल सर्जन रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया है। आरोपी की पहचान परमिंदर कुमार सिविल सर्जन (सेवामुक्त) रूपनगर के रूप में हुई है, जिसे अपने अधीन काम करने वाले डाक्टरों को नकद या किसी अन्य रूप में रिश्वत देने के लिए मजबूर करने के आरोप के अतर्गत्त गिरफ्तार किया है।
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विजिलैंस ब्यूरो के एक प्रवक्ता ने बताया कि उक्त मामला डा. नरेश कुमार की ओर से मुख्यमंत्री भृष्टाचार विरोधी एक्शन लाइन पर दर्ज करवाई गई शिकायत की पड़ताल उपरांत दर्ज किया गया है। इस शिकायत की जांच दौरान विजीलैंस ब्यूरो ने यह पाया कि उपरोक्त सिविल सर्जन अपने अधीन डाक्टरों से रिश्वत लेने के लिए उनको बिना किसी कारण बताओ नोटिस जारी करके और डैपूटेशन के लिए अनअधिकारित आदेशों आदि के द्वारा तंग-परेशान करता था। यह भी पता लगा गया है कि आरोपी ने 21.10.2021 को एक मीटिंग दौरान डाक्टरों से रिश्वत मांगी थी, जिस उपरांत डाक्टर तरसेम सिंह ने उसे 10,000 रुपए भी दिए थे।
इसके इलावा उपरोक्त आरोपी ने डॉ. सतविंदर पाल और डॉ. विक्रांत सरोआ के जरिए 20-20 हजार रुपए रिश्वत भी ली और शिकायतकर्ता को उसके रिहायशी मकान का 2,764 रुपए का बिजली बिल भरने के लिए भी कहा। उपरोक्त के इलावा डॉ. परमिंदर कुमार के नियमित खर्च किए उसकी सैलरी के साथ मेल नहीं खाते। इस संबंधी थाना विजिलेंस ब्यूरो रेंज लुधियाना में डॉ. परमिंदर कुमार खिलाफ एफआईआर दर्ज कर आगे जांच जारी है।
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