Edited By Punjab Kesari,Updated: 08 Sep, 2017 09:08 AM
जैतो रोड पर बाईपास वाले रजबाहे के पुल का कुछ हिस्सा धंस जाने के बाद यह रास्ता बड़े वाहनों के लिए बंद किए जाने कारण अन्य वाहनों के साथ-साथ बसों वालों के लिए भारी मुसीबत खड़ी हो गई है.....
कोटकपूरा (नरिन्द्र): जैतो रोड पर बाईपास वाले रजबाहे के पुल का कुछ हिस्सा धंस जाने के बाद यह रास्ता बड़े वाहनों के लिए बंद किए जाने कारण अन्य वाहनों के साथ-साथ बसों वालों के लिए भारी मुसीबत खड़ी हो गई है, जिसको लेकर सरकारी और निजी बस चालकों की तरफ से स्थानीय मोगा-बठिंडा के बीच धरना दिया गया और यातायात बंद कर दिया गया। धरना देने वालों की ओर से त्रिकोनीय के आसपास सभी रास्तों पर बसें टेढ़ी खड़ी कर दी गई, जिस कारण बड़े वाहनों के साथ-साथ दोपहिया वाहनों को भी यहां से गुजरना मुश्किल हो गया।
इस दौरान कुलतार सिंह संधवां विधायक कोटकपूरा और गुरदित्त सिंह सेखों फरीदकोट भी बसों वालों की हिमायत में धरने पर बैठ गए। धरने पर बैठे बलवंत सिंह प्रधान वर्कर यूनियन, जसपाल सिंह प्रधान पी.आर.टी.सी., हरमीत सिंह, बग्घड़ सिंह, बलदेव सिंह प्रधान, जसप्रीत सिंह बादल, सत्तपाल सिंह, सरबजीत सिंह, जसकरन सिंह ढिल्लों, गुरसेवक सिंह, गुरविन्द्र सिंह प्रधान कोटकपूरा और चमकौर सिंह आदि ने कहा कि प्रशासन ने समस्या का हल निकालने की बजाय लापरवाही से काम लेते हुए इस मुख्य रास्ते को ही बड़े पत्थर रखकर बंद कर दिया है, जिस कारण बड़े वाहनों और बसों वालों को गांवों के छोटे रास्तों में से होकर जाना पड़ता है।
इसके साथ जहां समय की भारी बर्बादी होती है, वहीं डीजल आदि का खर्चा बढ़ जाने के अलावा गांवों वालों के साथ भी लड़ाई का माहौल पैदा हो रहा है। उन्होंने बताया कि कुछ गांवों वालों ने कल से गांवों में से बसें न निकलने की चेतावनी दी है, जिस कारण यह समस्या और भी गंभीर हो गई है। उन्होंने कहा कि अधिकारियों को बार-बार अनुरोध करने के बावजूद उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही, जिस कारण उनको मजबूरीवश यातायात ठप्प करना पड़ा है।
इस दौरान हलका विधायक कुलतार सिंह संधवां ने कहा कि वह इस समस्या को लेकर जिले के अलग-अलग अधिकारियों को मिलने के अलावा श्री हुसन लाल सैक्रेटरी पी.डबल्यू.डी. पंजाब को भी मिले थे, जिस दौरान उन्होंने कहा था कि यह काम सैंट्रल रोड सेफ्टी फंड के द्वारा करवाया जा सकता है परंतु बाद में पता लगा कि यह भी असंभव है।धरनाकारियों ने चेतावनी दी कि उनकी समस्या का हल होने तक संघर्ष जारी रखा जाएगा।
लोग हुए परेशान
कोटकपूरा से अनेकों गांवों-शहरों को जाने वाले इस मुख्य रास्ते के बंद होने के कारण लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। बाहर से आने वाली बसों की तरफ से सवारियों को बस स्टैंड से काफी दूर ही उतार दिया गया, जिस कारण महिलाओं और बच्चों को भी काफी दूर तक पैदल चलकर जाना पड़ा।
इस दौरान ट्रैफिक पुलिस की तरफ से यातायात को परिवर्तनी रास्ते के द्वारा चलाया गया। यातायात ठप्प करने का पता लगने पर तहसीलदार अशोक बांसल, डी.एस.पी.यादविन्द्र सिंह बाजवा और एस.एच.ओ. थाना सिटी इंस्पैक्टर मुखत्यार सिंह भी मौके पर पहुंचे। काफी लंबे समय बातचीत के बाद कल प्रात: 10 बजे एस.डी.एम. दफ्तर कोटकपूरा में संबंधित अलग-अलग विभागों की मीटिंग करवाकर समस्या के हल का भरोसा दिया गया। सुबह पुल का रास्ता चालू करने के भरोसे के बाद लगाया गया जाम खोल दिया गया।
उद्योगपति भी धरने में शामिल हुए
रास्ता बंद करने की समस्या से परेशान शैलर एसोसिएशन भी धरने में शामिल हो गई। इस दौरान शैलर एसोसिएशन के प्रधान हरपाल सिंह संधू, संदीप कटारिया, महाशा गुरशमिन्द्र सिंह बराड़, टोनी शर्मा और शैंटी मखीजा आदि ने कहा कि प्रशासन ने बिना किसी बात की तरफ ध्यान दिए रास्ता बंद कर दिया है, जिस कारण माल ढोनेे वाले ट्राले और अन्य ट्रकों के निकलने के लिए कोई रास्ता नहीं रहा।
उन्होंने कहा कि मंडियों में आने-जाने के लिए इस रास्ते का ही प्रयोग होता है और ऊपर से धान के आ रहे सीजन कारण तो समस्या और भी गंभीर हो जाएगी। इस काम के लिए तीन-चार बार एस्टीमेट बनाए गए हैं परंतु सभी फंड न होने का बहाना लगा कर रद्द कर दिए गए हैं।