Edited By Subhash Kapoor,Updated: 03 Sep, 2025 06:31 PM

डिप्टी कमिश्नर अमरप्रीत कौर संधू और जिला पुलिस प्रमुख गुरमीत सिंह ने बाढ़ प्रभावित गांवों महात्म नगर, चक रोहेला, तेजा रुहेला आदि में नाव के माध्यम से जाकर लोगों से सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील की।
फाजिल्का (सुखविंदर थिंद): डिप्टी कमिश्नर अमरप्रीत कौर संधू और जिला पुलिस प्रमुख गुरमीत सिंह ने बाढ़ प्रभावित गांवों महात्म नगर, चक रोहेला, तेजा रुहेला आदि में नाव के माध्यम से जाकर लोगों से सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील की। इस दौरान डिप्टी कमिश्नर ने कहा कि सतलुज नदी में पानी का स्तर लगातार बढ़ रहा है और इस समय हरीके हेडवर्क्स से 3,30,000 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। उन्होंने कहा कि पानी का स्तर काफी बढ़ गया है, इसलिए लोगों को जल्द से जल्द सुरक्षित स्थानों पर पहुंचना चाहिए। यह अपील लोगों की भलाई और सुरक्षा के लिए की जा रही है।
उन्होंने बताया कि एनडीआरएफ की टीमों की संख्या बढ़ा दी गई है और अब जिले में चार एनडीआरएफ टीमें कार्यरत हैं। इसके अलावा 67 इन्फैंट्री ब्रिगेड की आर्मी टीमें भी लगातार सरहदी गांवों से लोगों को निकाल रही हैं। डिप्टी कमिश्नर ने कहा कि बच्चों, महिलाओं और बुज़ुर्गों को जिला प्रशासन द्वारा बनाए गए राहत केंद्रों में भेजा जाए ताकि उनकी जान और संपत्ति की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। उन्होंने बताया कि अब तक 34 गांव प्रभावित हो चुके हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि पानी का स्तर और बढ़ गया तो बाहर निकलना कठिन हो जाएगा और इससे नुकसान हो सकता है।
उन्होंने सभी से अपील की कि जिला प्रशासन का सहयोग दें और जल्द से जल्द सुरक्षित स्थानों पर पहुंचें। जिले में 12 राहत केंद्र कार्यरत हैं, जहाँ हर प्रकार की आवश्यक सुविधाएँ उपलब्ध हैं। डिप्टी कमिश्नर ने कहा कि जिला प्रशासन, एनडीआरएफ और आर्मी की टीमें नावों के माध्यम से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर लाने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं। साथ ही, जो लोग अभी भी गांवों में फंसे हुए हैं, उनके लिए नावों के जरिए राशन और पशुओं के लिए चारा भी भेजा जा रहा है। प्रभावित गांवों में लोगों को तिरपाल भी वितरित किए जा रहे हैं।इस अवसर पर एसडीएम वीरपाल कौर, सहायक कमिश्नर अमंदीप सिंह मावी और अन्य स्टाफ भी मौजूद थे।
