Edited By Urmila,Updated: 22 Sep, 2023 11:25 AM

हैरानी की बात यह है कि जालंधर में बिना लाइसैंस के ट्रैवल एजैंटी का धंधा खूब फल-फूल रहा है।
जालंधर : पंजाब के मुख्यमंत्री के आदेशों के बाद जालंधर पुलिस द्वारा ट्रैवल एजैंटों पर शिकंजा कसा जा रहा है लेकिन इसके बावजूद आए दिन ट्रैवल एजैंटों द्वारा ठगी के मामले अखबारों की सुर्खियां बनते रहते हैं। महानगर में ट्रैवल एजैंटों की इतनी भरमार है कि पता ही नहीं चल पाता कि किस ट्रैवल एजैंट के पास लाइसैंस है या कौन-सा ट्रैवल एजैंट बिना लाइसैंस के ट्रैवल एजैंटी का काम कर रहा है।
डिप्टी कमिश्रर ऑफिस जालंधर की वैबसाइट को मुताबिक जिले में कुल 1532 ट्रैवल एजैंट रह चुके हैं जिसमें से 251 लोगों का ट्रैवल एजैंसी का लाइसैंस लोगों से धोखाधड़ी करने के कारण रद्द कर दिया गया है। वहीं 360 ट्रैवल एजैंट ऐसे हैं जो बिना लाइसैंस रिन्यू करवाए अपने कारोबार को बढ़ावा दे रहे हैं और 10 एजैंट ऐसे हैं, जिन्होंने अपना लाइसैंस डिप्टी कमिश्नर ऑफिस में जमा करवा दिया है। बता दे कि डिप्टी कमिश्नर की वैबसाइट पर यह डाटा अगस्त महीने तक का ही अपडेट किया हुआ और सितम्बर महीने का यह डाटा अभी तक अपडेट नहीं है।
3 महीनों के लगभग दर्जन भर केस दर्ज
हैरानी की बात यह है कि जालंधर में बिना लाइसैंस के ट्रैवल एजैंटी का धंधा खूब फल-फूल रहा है। कैंसिल लाइसैंस के बाद भी किसकी शह से एजैंटों का दफ्तर खुल रहा है और लोगों से रोजाना ठगी हो रही है। महानगर में बिना लाइसैंस के 3 महीनों में लगभग दर्जन भर केस दर्ज हो चुके हैं मगर इसके बावजूद बिना लाइसैंस वाले ट्रैवल एजैंट बेधड़क विदेश भेजने का काम किया जा रहा है।
क्या संबंधित पुलिस थानों को इसकी जानकारी नहीं ?
हैरानी की बात तो यह है कि इन बिना लाइसेंस या कैंसिल लाइसैंस बारे इमीग्रेशन दफ्तरों की पूरी जानकारी डिप्टी कमिश्नर की साइट पर अपडेट होने के बावजूद संबंधित थानों की पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही है या फिर पुलिस की मेहरबानी है इन ठग ट्रैवल एजैंटों के ऊपर जो भोले-भाले लोगों को विदेश भेजने का झांसा देकर लाखों रुपए की ठगी करते है। अगस्त महीने के डाटा के अनुसार इस समय सिर्फ 1532 ट्रैवल एजैंटों में से 911 ट्रैवल एजैंट ही ऐसे है जो ट्रैवल एजैंसी के लाइसैंस के साथ काम कर रहे है।
सी.एम. के आदेशों का भी ठग ट्रैवल एजैंटों में नजर नहीं आ रहा खौफ
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने आदेश दिए थे कि किसी भी हाल में पंजाब में बिना लाइसैंस के किसी भी ट्रैवल एजैंट का दफ्तर नहीं चलना चाहिए। परन्तु इसके बावजूद जालंधर में ही मौजूदा समय में 360 के करीब बिना लाइसेंस और 251 के करीब कैंसिल लाइसैंस पर दफ्तर चल रहे हैं। इससे ये साबित होता है कि इन ठग ट्रैवल एजैंटों को सी.एम. भगवंत मान के आदेशों का कोई भी डर नहीं दिख रहा।
अवैध आईलैट्स सैंटरों पर कसा जा रहा शिकंजा
मुख्यमंत्री द्वारा जारी सख्त आदेशों के बाद जालंधर कमिश्ररेट पुलिस ने शहर में चल रहे आईलैट्स सैंटरों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया, जिसके बाद कई बिना लाइसैंस के चल रहे आईलैट्स सैंटर बंद होने शुरू हो गए हैं। पुलिस द्वारा आईलैट्स सैंटर और ट्रैवल एजैंसियों के लाइसैंस चैक करने के साथ-साथ उनके स्टाफ का डाटा भी जमा करवाया जा रहा है।
कुलदीप सिंह चाहल, पुलिस कमिश्नर जालंधर ने कहा, “जालंधर पुलिस प्रशासन ठग ट्रैवल एजैंटों के खिलाफ आए दिन कार्यवाई कर रहा है अगर बिना लाइसैंस के या कैंसिल लाइसैंस वाले एजैंट जालंधर शहर में कारोबार करते है तो उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाई की जाएगी। महानगर में किसी भी तरह का कोई भी गैर-कानूनी धंधा करने वालों को कतई बख्शा नहीं जाएगा”।