Edited By Vatika,Updated: 31 Jul, 2025 03:07 PM

ये सभी अधिकारी निलंबित रहेंगे और उनकी तैनाती केवल
पटियाला: कर्नल बाठ मामले में कार्रवाई करते हुए पटियाला पुलिस ने चार आरोपी इंस्पेक्टरों और दो अन्य अधिकारियों के खिलाफ सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई की सिफारिश की है। इस सिफारिश में सेवा में कटौती और प्रमोशन पर रोक लगाने की बात कही गई है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, इन अधिकारियों के लिए तीन साल की सेवा कटौती और इस अवधि के दौरान वेतन वृद्धि न देने की सिफारिश की गई है। सिफारिश के अनुसार, आरोपी पुलिस अधिकारियों को तीन वर्षों तक कोई पदोन्नति नहीं मिलेगी और उनकी सैलरी में भी कोई इज़ाफा नहीं किया जाएगा। पुलिस ने अपनी जांच में यह भी स्पष्ट किया है कि ये सभी अधिकारी निलंबित रहेंगे और उनकी तैनाती केवल पटियाला से बाहर ही की जाएगी।
यहां उल्लेखनीय है कि पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट पहले ही इस मामले की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) को सौंप चुका है और CBI की ओर से इस मामले में FIR भी दर्ज की जा चुकी है। यह घटना घटित हुए चार महीने से अधिक का समय बीत चुका है, लेकिन अभी तक किसी भी आरोपी पुलिस अधिकारी को गिरफ्तार नहीं किया गया है। दूसरी ओर, पटियाला के एसएसपी वरुण शर्मा ने बताया कि एसपी स्तर के अधिकारी द्वारा की गई जांच के निष्कर्षों के आधार पर यह अनुशंसा की गई है। ज्ञात हो कि इस मामले में पटियाला पुलिस ने पहले तीन इंस्पेक्टर — हैरी बोपाराय, रोनी सिंह और हरजिंदर ढिल्लों — समेत अन्य पुलिस कर्मचारियों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धाराएं 109, 310, 155(2), 117(2), 126(2) और 351(2) के तहत एफआईआर दर्ज की थी। बाद में चौथे इंस्पेक्टर का नाम भी BNS की धाराएं 299 और 191 के तहत एफआईआर में जोड़ा गया।
क्या है मामला?
यह घटना 13 और 14 मार्च की दरम्यानी रात की है, जब कर्नल पुष्पिंदर सिंह बाठ और उनका बेटा पटियाला के सरकारी रजिंद्रा अस्पताल के पास एक सड़क किनारे ढाबे पर मौजूद थे। परिवार ने दावा किया कि जब वे अपनी कार के बाहर खड़े होकर खाना खा रहे थे, तो कुछ सादे कपड़ों में पुलिस अधिकारी उनके पास आए और कर्नल को अपनी कार हटाने को कहा, ताकि वे अपनी गाड़ी पार्क कर सकें। इस बात को लेकर बहस हो गई और दर्जनभर से अधिक पुलिसकर्मियों ने कथित तौर पर कर्नल और उनके बेटे के साथ मारपीट की।