Edited By Neetu Bala,Updated: 15 Jan, 2024 01:27 PM
पुलिस जांच में यह बात सामने आई है कि दोनों दम्पति एजेंट फरार चल रहे हैं। पता चला है कि दोनों ने गाजियबाद के पते से नया पासपोर्ट बनवा कर विदेश भाग गए हैं।
पठानकोटः आमतौर पर देखा जाता है कि बेइमान एजेंट भोले-भाले लोगों को विदेशों में जाकर डॉलर कमाने के सब्जबाग दिखाकर उनको लाखों का चूना लगा देते हैं। धोखे से या तो उन्हें किसी अन्य देश भेज दिया जाता है या फिर सीधे जहाज के जरिए भेजने की बजाय डंकी के रास्ते विदेश भेज दिया जाता है जो कि बेहद जोखिम वाला रास्ता होता है। ऐसा ही हुआ है पंजाब के पठानकोट के 26 वर्षीय जगमीत सिंह के साथ। जगमीत सिंह के माता-पिता ने उसे अमरीका भेजने के लिए 45 लाख रुपए दिए थे, लेकिन एजेंटों द्वारा उसे सीधे जहाज के रास्ते भेजने की बजाय डंकी के रास्ते भेज दिया। जगमीत के परिवार के अनुसार उसकी आखिरी बार लॉकेशन 19 दिसम्बर को मिली थी जो कि पनामा थी। उसके बाद उसकी लॉकेशन का कुछ भी पता नहीं है। जगमीत के परिजनों द्वारा इसकी शिकायत पठानकोट के पुलिस स्टेशन में दे दी गई है, जिसके बाद पुलिस ने भी दोषी दम्पति एजेंट के खिलाफ धारा 420व 346 व माइग्रेशन एक्ट की धारा 24 के तहत एफ.आई.आर. दर्ज कर ली है। पुलिस जांच में यह बात सामने आई है कि दोनों दम्पति एजेंट फरार चल रहे हैं। पता चला है कि दोनों ने गाजियबाद के पते से नया पासपोर्ट बनवा कर विदेश भाग गए हैं।
इस केस की जांच कर रहे पठानकोट के एस.एस.पी. दलजिंदर सिंह ढिल्लों ने बताया कि पुलिस जगमीत का सुराग ढूंढने के लिए डिजिटल फुटप्रिंट्स का भी सहारा ले रही है। इसके साथ ही ऑनलाइन गतिविधियां जैसे मोबाइल फोन ऑनलाइन ट्रांसजेक्शंस के जरिए जगमीत की मूवमेंट का पता लगाने की कोशिश कर रही है।
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