Edited By Subhash Kapoor,Updated: 19 Mar, 2022 04:42 PM

एक अंतर्राष्ट्रीय कबड्डी खिलाड़ी की हत्या के एक हफ्ते से भी कम समय में पंजाब पुलिस ने अपराध की साजिश में शामिल चार आरोपियों को गिरफ्तार कर हाई-प्रोफाइल हत्या के मामले को सुलझा लिया है।
चंडीगढ़/जालंधर : कबड्डी खिलाड़ी की हत्या के मामले को एक हफ्ते से भी कम समय में पंजाब पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार कर हाई-प्रोफाइल हत्या मामले को सुलझा लिया है। कबड्डी खिलाड़ी संदीप नंगल अंबिया की 14 मार्च को शाम लगभग 6 बजे जालंधर के गांव मल्लियां में चल रहे कबड्डी मैच के दौरान पांच अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी।
गिरफ्तार लोगों की पहचान संगरूर निवासी फतेह सिंह उर्फ युवराज के रूप में हुई है और हरियाणा के कौशल चौधरी, हरियाणा के गांव महेशपुर पलवन के अमित डागर, सिमरनजीत सिंह उर्फ जुझार सिंह, यू.पी. के रूप में हुई है। इन चारों आरोपियों को विभिन्न जेलों से प्रोडक्शन वारंट पर लाया गया था।
पुलिस ने तीन मुख्य षड्यंत्रकारियों को भी नामित किया है, जिनकी पहचान स्नोवर ढिल्लों के रूप में हुई है, जो अमृतसर के मूल निवासी हैं और वर्तमान में ब्रैम्पटन, ओंटारियो, कनाडा में रहते हैं और कनाडाई सैथ टी.वी. और रेडियो शो में एक निर्माता और निर्देशक हैं। सुखविंदर सिंह उर्फ सुखा दुनेके उर्फ सुख सिंह, गांव डुनेके, मोगा का मूल निवासी और पिछले कुछ वर्षों से कनाडा में रह रहा है, जगजीत सिंह उर्फ गांधी देहलों लुधियाना का मूल निवासी और वर्तमान में मलेशिया में रह रहा है, जिसने इस हत्याकांड साजिश रची थी।
जानकारी देते हुए पंजाब के पुलिस महानिदेशक (डी.जी.पी.) वी.के. भावरा ने कहा कि पूरी जांच और सूचना के आधार पर जालंधर ग्रामीण पुलिस फतेह सिंह को प्रोडक्शन वारंट पर लेकर आई है। डी.जी.पी. ने कहा कि पूछताछ के दौरान फतेह ने खुलासा किया कि स्नोवर ढिल्लों ने "नैशनल कबड्डी फैडरेशन ऑफ ओंटारियो" का गठन किया था और विभिन्न खिलाड़ियों को अपने संघ में शामिल होने के लिए मनाने की कोशिश की थी। हालांकि अधिकांश प्रसिद्ध खिलाड़ी "मेजर लीग कबड्डी" से जुड़े थे, जिसका प्रबंधन मृतक संदीप द्वारा किया जा रहा था, जिससे स्नोवर का महासंघ असफल रहा। फतेह ने स्वीकार किया कि उन्होंने स्नोवर के महासंघ में शामिल होने के लिए कुछ खिलाड़ियों पर दबाव डाला था।
एस.एस.पी. जालंधर ग्रामीण सतिंदर सिंह ने अधिक जानकारी देते हुए बताया कि फतेह ने कबूल किया कि स्नोवर के निर्देशों का पालन करते हुए उन्होंने अमित डागर, कौशल चौधरी, जगजीत सिंह, लकी पटियाल और सुखा दुनेके के साथ मिलकर संदीप को सजा देने के लिए शूटरों की व्यवस्था की थी।
उन्होंने कहा कि सुख दुनेके के निर्देश पर सिमरनजीत उर्फ जुझार ने अमृतसर के प्रीतम एन्क्लेव में अपने रिश्तेदार स्वर्ण सिंह के घर पर शूटरों को ठिकाना मुहैया कराया था। पुलिस ने स्वर्ण के घर से 18 जिंदा कारतूस और 12 बोर की राइफल बरामद की है। नतीजतन फरार स्वर्ण सिंह को भी मामले में नामजद किया गया है। एस.एस.पी. ने कहा कि शूटरों की भी पहचान कर ली गई है और जल्द ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
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