Edited By Radhika Salwan,Updated: 29 Jun, 2024 05:50 PM
![punjab government is giving financial assistance of rs 1500](https://img.punjabkesari.in/multimedia/914/0/0X0/0/static.punjabkesari.in/2024_6image_17_49_166535287field-ll.jpg)
मुख्य कृषि अधिकारी डॉ. गुरमेल सिंह ने धान की सीधी बिजाई करने वाले किसानों के खेत गांव पन्नुआं मछली कलां, पातड़ां, तंगौरी आदि गांवों में दौरा किया गया।
खरड़: मुख्य कृषि अधिकारी डॉ. गुरमेल सिंह ने धान की सीधी बिजाई करने वाले किसानों के खेत गांव पन्नुआं मछली कलां, पातड़ां, तंगौरी आदि गांवों में खेतीबाड़ी अफसर डॉ. शुभकरण सिंह धालीवाल, कृषि विस्तार अधिकारी डॉ. सुच्चा सिंह सिद्धू और बलजीत सिंह ने दौरा किया। उन्होंने किसानों को जागरूक करते हुए कहा कि धान की सीधी बुआई में सबसे बड़ी समस्या खरपतवार है, इसे रोकने के लिए विभिन्न हर्बिसाइड की सिफारिश की गई है।
धान की सीधी बुआई के लिए भूजल संरक्षण के लिए प्रोत्साहित किया गया। विशेषज्ञों का कहना है कि बासमती की बुआई अधिक से अधिक सीधी बुआई की विधि से करनी चाहिए क्योंकि बासमती को कम पानी की आवश्यकता होती है। पंजाब सरकार धान की सीधी बुआई को प्रोत्साहित करने के लिए प्रति एकड़ 1500 रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान की जा रही है। इस अवसर पर किसान कुलदीप सिंह पातड़ां, मंजीत सिंह, हरबंस सिंह आदि किसानों द्वारा सीधी बुआई की गई।