Edited By Kalash,Updated: 15 Oct, 2022 11:17 AM
साइबर क्राइम रोकने के लिए रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की तरफ से एक हैल्पलाइन नंबर जारी किया गया है
गुरदासपुर ( जीत मठारू): साइबर क्राइम रोकने के लिए रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की तरफ से एक हैल्पलाइन नंबर जारी किया गया है और साइबर ठगी का शिकार होने पर तुरंत हैल्पलाइन नंबर 1930 और सम्पर्क करन की हिदायतें दी गई हैं परन्तु साइबर क्रिमिनल कानून की अपेक्षा दो कदम आगे चलते हुए और एडवांस हो गए हैं।
अब इनको ठगी करने के लिए किसी के पास से फोन और आया ओ.टी.पी. मांगने की भी जरूरत नहीं पड़ती। ठगों की तरफ से फोन और भेजा गया लिंक क्लिक करने से ही सब कुछ अपने आप हो जाता है और पढ़ा-लिखा और सतर्क व्यक्ति भी इतना का आसानी के साथ शिकार हो सकता है। ऐसा ही शहर के एक समाज सेवक के साथ हुआ है। साइबर ठगों ने दीपक महाजन के बैंक खाते में से दो ट्रांजेक्शन्स से लगभग 52 हज़ार रुपए उड़ा लिए हैं।
दीपक महाजन ने बताया कि उनके मोबाइल और एस.एम.एस. द्वारा एक नंबर से संदेश भेजा गया कि उनके एच.डी.एफ.सी. बैंक खाते की नैटबैंकिंग ब्लाक की जा रही है, जिसको चालू रखना चाहते हो तो लिंक और क्लिक करके जानकारी भरो।
उन्होंने बताया कि नैट बैंकिंग से उनका काफी लेन-देन होता है इसलिए उन्होंने लिंक क्लिक किया। लिंक क्लिक करने के बाद उनको इस बात का शंक नहीं रहा कि वह ठगी का शिकार हो रहे हैं क्योंकि वैबसाइट बैंक की वैबसाइट की तरह ही बनी हुई थी। इसलिए उन्होंने मांगी गई जानकारी वैबसाईट और भर दी। उसी समय उनके मोबाइल पर एक ओ.टी.पी. आया परन्तु हैरानी की बात यह थी कि न तो किसी ने फोन कॉल करके ओ.टी.पी. मांगा और न ही उसका ओ.टी.पी. को वैबसाइट और भरने की जरूरत पड़ी। सब कुछ अपने आप ही होता गया और 2 मिनट बाद ही उनके फोन पर उनके खाते में से पैसे ट्रांसफर होने के मैसेज आने शुरू हो गए।
महाजन ने बताया कि उनके एच डी एफ सी के अकाउंट में से 2 ट्रांजैक्शन से 52 हजार रुपए के करीब (एक बार 49931 और दूसरी बार 2000) साइबर ठगों की तरफ से उड़ा ले गए। उनकी तरफ से इसकी शिकायत एस.एस.पी. गुरदासपुर और साइबर क्राइम सैल को कर दी गई है।
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