Edited By Updated: 20 Mar, 2017 06:56 PM
नॉर्थ अमेरिकन पंजाबी एसोसिएशन के कार्यकारी निदेशक सतनाम सिंह चाहल ने आज कहा कि पंजा....
जालंधर: नॉर्थ अमेरिकन पंजाबी एसोसिएशन के कार्यकारी निदेशक सतनाम सिंह चाहल ने आज कहा कि पंजाब सरकार को उत्तर प्रदेश की तर्ज पर पंजाब में भी शराब बंदी करनी चाहिए। चाहल ने सोमवार को राज्य में फैले नशे पर लिखी पुस्तक जारी करते हुए कहा कि पंजाब के अधिकतर नौजवान किसी न किसी प्रकार के नशे का शिकार हो चुके है। राज्य से नशा खत्म करने के लिए ठोस रणनीति बनाने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि राज्य में लगभग 60 फीसदी लोग नशे के आदि हैं जिनमें से ज्यादातर 20 से 40 वर्ष के बीच के लोगों की है। उन्होंने कहा कि राज्य में नशे की बिक्री को रोकने के लिए ठोस रणनीति बनाते हुए पुलिस अधिकारियों को भी जवाबदेह बनाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि पुलिस अधिकारियों तथा राजनेताओं की संलिप्तता के बिना नशे का कारोबार करना असंभव है। पुलिस अधिकारियों को चाहिए की नशा कारोबारियों को पकड़ते समय किसी भी प्रकार के राजनीतिक दवाब में न आएं। राज्य से चार सप्ताह में नशा खत्म करने संबंधी पंजाब सरकार की घोषणा पर टिप्पणी करते हुए चाहल ने कहा कि यह कार्य इतना आसान नहीं है।
उन्होंने पंजाब सरकार द्वारा नशे की रोकथाम के लिए विशेष जांच दल बनाने की प्रशंसा करते हुए कहा कि केवल नशा पीड़ित युवकों को पकडऩे मात्र से नशा खत्म नहीं होगा। उन्होंने बताया कि उनकी एसोसिएशन विदेश में नशा विरोधी शिविर लगाती है तथा जल्दी ही पंजाब में भी नशा के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए शिविर लगाएगी। उन्होंने बताया कि एसोसिएशन मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह से मिलकर राज्य में नशाबंदी करने की मांग करेगी।